सिर्फ इसके फैसले से किसी भी वक़्त धराशायी अमेरिकी दुनिया

कोलकाता टाइम्स :
ट्रंप का टैरिफ लगाने का फैसला अब उन पर ही भारी पड़ता नजर आ रहा है. इसी का असर है कि सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई. यह पिछले तीन हफ्ते से चल रही गिरावट का और भी बड़ा रूप रहा. निवेशक इस बात से चिंतित दिखाई दिये कि टैरिफ पॉलिसी में अनिश्चितता के कारण इकोनॉमी मंदी की तरफ जा सकती है. खुद ट्रंप ने पिछले दिनों एक इंटरव्यू के दौरान इसकी संभावना जताई थी. सोमवार के कारोबारी सत्र में यूएस मार्केट में ऐसा हाहाकार मचा कि डाउ जोंस से लेकर एसएंडपी-500 जैसे इंडेक्स धराशायी हो गए.
अमेरिकी शेयर बाजार में पिछले कारोबारी सत्र के दौरान पिछले दो साल की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई. S&P 500 इंडेक्स 2.7% की गिरावट के साथ सितंबर के बाद अपने सबसे निचले लेवल पर पहुंच गया और 5,614.56 पर बंद हुआ. इसी तरह नैस्डैक कम्पोजिट 4 प्रतिशत टूटकर 17,468.32 अंक पर आ गया. यह नैस्डैक का सितंबर 2022 के बाद के सबसे खराब लेवल है. गिरावट के कारण, पिछले महीने एसएंडपी 500 के रिकॉर्ड लेवल से 4 ट्रिलियन डॉलर (करीब 330 लाख करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है.
पिछले महीने तक जो वॉल स्ट्रीट ट्रंप की पॉलिसी की तारीफ कर रहा था. उसी में अब ट्रंप की नई-नई पॉलिसी ने कारोबारियों, ग्राहकों और निवेशकों के लिए अनिश्चितता का माहौल बना दिया है. अमेरिकी मार्केट में भारी गिरावट का असर एशियाई बाजार पर भी साफ देखा जा रहा है. मंगलवार को शेयर बाजार खुलते ही ज्यादातर एशियाई मार्केट लाल निशान के साथ कारोबार करते देखे गए.
कारोबारी सत्र के दौरान टेस्ला समेत कई बड़ी ग्लोबल कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई. डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एक समय 1100 अंक तक गिर गया था, लेकिन अंत में यह 890.01 अंक (2.08%) की गिरावट के साथ 41,911.71 पर बंद हुआ. यूएस स्टॉक मार्केट में आई बड़ी गिरावट से दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क को ज्यादा नुकसान हुआ. उनकी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी टेस्ला का शेयर 15.43 प्रतिशत टूटकर 222.15 डॉलर पर बंद हुआ. इसके अलावा NVIDIA का शेयर 5.07 % टूटकर 106.98 डॉलर पर आ गया. Microsoft के शेयर 3.34% की और अमेजन के शयेर में 2.36% की गिरावट देखी गई.
अमेरिकी बाजार के दो साल के निचले स्तर पर पहुंचने का असर मंगलवार के कारोबारी सत्र में एशियाई मार्केट पर भी देखने को मिला. साउथ कोरिया का कोस्पी इंडेक्स (Kospi Index) बाजार खुलने के साथ ही करीब 2 प्रतिशत टूट गया. जापान का निक्केई इंडेक्स (Japan Nikkei) भी इतना ही टूटकर कारोबार करते देखा गया. हांगकांग का हैंगसैंग भी शुरुआती कारोबार में लाल निशान के साथ कारोबार करते देखा गया.
अमेरिका के बाद एशियाई मार्केट में आई गिरावट का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिल रहा है. बीते कारोबारी दिन सोमवार को भी सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट के साथ लाल निशान पर बंद हुए थे. BSE Sensex ने अपने पिछले बंद 22,552 की तुलना में 22,521 पर कारोबार की शुरुआत की थी और ये 217 अंक की गिरावट लेकर 74,115.17 पर क्लोज हुआ था. इसके अलावा NSE Nifty भी गिरावट में कारोबार करते हुए 92.20 अंक फिसलकर 22,460 पर क्लोज हुआ था.