इन दो ग्रहों की बिगड़ने से भोगेंगे आर्थिक समस्या

कोलकाता टाइम्स :
मंगल यदि कुंडली में आठवें और बारहवें स्थान मे हो तो जीतकर प्रबल मंगली हो जाता है,ऐसा मंगल जातक को रोग, ऋण कर्ज और जिम्मेदारी देता है.
ऐसे है यदि कुंडली में गुरु आठवें, छठे और दशम स्थान मे हो तो पितृ ऋण रहता है, ऐसे लोगों को आर्थिक रूप से दिक्कत रहती है, परिवार में बड़े बूढ़े रोगों रहते है, इनको दमा ये श्वास की बीमारी रहती है.
यदि कुंडली में गुरु और मंगल की स्थिति खराब है तो आपको कर्ज, बीमारी , जिम्मेदारी आदि का योग बनता है, आर्थिक हालत खराब रहती है, ऐसे हालत में उज्जैन में अंगारेश्वर मंदिर उज्जैन और ऋण मुक्तेश्वर mansir उज्जैन में भातर पूजा और पीली पूजा करनी चाहिए, इससे आपको अपने परिवार और कुल की उन्नति का लाभ मिलता है