सभी पदक गले में लटकाकर, जर्सी पहने सड़क पर भीख मांगते दिखा पैरा एथलेटिक्स, वजह जान रो पड़ेंगे
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कोलकाता टाइम्स
सरकार की दोमुहा नीति ने एक पैरा एथलेटिक्स को सड़कों पर भीख मांगने पर मजबूर कर दिया है। यह खिलाडी है राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जितने वाले पैरा-एथलीट मनमोहन सिंह लोधी।
एक तरफ तो इंडोनेशिया में हाल ही में समाप्त हुए एशियन गेम्स 2018 में अच्छा प्रदर्शन कर पदक लाने वाले खिलाड़ियों के लिए केंद्र से लेकर राज्य सरकारों ने पुरस्कार की भरमार कर दी है। वहीं, मध्य प्रदेश के यह खिलाड़ी अपना और परिवार का पेट पलने के लिए भीख मांगने पर मजबूर हो है।
मनमोहन ने बताया कि 2017 के नेशनल गेम्स में 100 मीटर रेस इवेंट के दौरान उन्होंने कई पदक अपने नाम किए थे। मनमोहन का कहना है कि उन्होंने मजबूर होकर सभी पदक अपने गले में लटकाकर, अपनी प्रशिक्षण जर्सी पहने हुए सड़क पर भीख मांगने का फैसला किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार, मध्यप्रदेश में नरसिंहपुर में राष्ट्रीय स्तर के पैरा-एथलीट मनमोहन सिंह लोधी ने राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते हैं. उनका कहना है कि जब उन्होंने पदक जीते, तो उन्हें सरकारी नौकरी और कई अन्य पुरस्कारों का आश्वासन दिया गया. उन्होंने बताया कि वह राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कई बार मिले और उन्हें वादों की याद दिलाई, लेकिन सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली।