यूपी : पेपर लिक करने वालों पर बरसेगी रासुका का कहर, सड़ेंगे जेल में, होंगे ब्लैकलिस्ट
कोलकाता टाइम्स
सावधान! अब विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लिक करना काफी महंगा सौदा साबित होगा। पेपर लिक मामले में अव्वल मने जाने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अपराध में शामिल लोगों के विरूद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। इस कार्रवाई के तहत एक साल तक बेल मिलना तो दूर लिक से जुड़े प्रतिष्ठान को ब्लैकलिस्ट करना भी शामिल है। राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त संस्थाओं के गड़बड़ी में शामिल होने पर उनकी मान्यता समाप्त कर सख्त कार्रवाई होगी
सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री ने मंगलवार रात उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग एवं अन्य सेवा चयन आयोगों के अध्यक्षों एवं सचिवों की बैठक में प्रतियोगी परीक्षाओं में पर्चा लीक होने की घटनाओं पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि भर्ती प्रक्रिया को प्रभावित करने अथवा दूषित करने वालों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मालूम हो कि हाल के वर्षों में पिछले दिनों उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा संचालित ट्यूबवेल आपरेटरों की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने से राज्य एक बार फिर सुर्खियों में है। इससे पहले, 29 जुलाई को उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से 51 लोगों को पकड़ा था। ये सभी सहायक शिक्षक की भर्ती परीक्षा के दौरान नकल कराने में मदद कर रहे थे।