बच्चों की दोपहर से पहले सुबह सुधारने की केंद्रीय योजना, स्कूलों में सुबह का नास्ता भी
कोलकाता टाइम्स
बच्चों का दोपहर से पहले सुबह सुधरने आगे आई केंद्र सरकात। सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील कुछ दिनों तक बंद होने की खबर को दरकिनार कर अब एक अच्छी खबर आयी है। अब सरकारी स्कूलों में बच्चों को सुबह का नास्ता भी दिया जायेगा।
गुजरात सैकार को रोल मॉडल मान केंद्र सरकार अब ऐसी योजना बना रही है, जिससे आने वाले दिनों में देश भर के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को मिड-डे मील के साथ-साथ सुबह का नाश्ता मिलना भी शुरू हो जाएगा, इसकी संभावना है। सुबह से स्कूल आए बच्चों को भोजन के इंतजार में भूखे बैठे रहना पड़ता है। इसको ध्यान में रखते हुए गुजरात में बच्चों को सुबह का नाश्ता देना शुरू किया गया था। गुजरात के बाद देश के अन्य राज्यों में भी उक्त योजना लागू करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय जल्द ही सभी राज्यों की बैठक बुलाने जा रहा है।
फंड की देरी या फिर फूड ग्रेन के अभाव के चलते बेशक सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील कुछ दिनों तक बंद होने की खबरें आती रही हों, लेकिन केंद्र सरकार आने वाले दिनों में देश भर के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को मिड-डे मील के साथ-साथ सुबह का नाश्ता मिलना भी शुरू हो जाएगा, इसकी संभावना है। सुबह से स्कूल आए बच्चों को भोजन के इंतजार में भूखे बैठे रहना पड़ता है। इसको ध्यान में रखते हुए गुजरात में बच्चों को सुबह का नाश्ता देना शुरू किया गया था।
एम.एच.आर.डी. के एक सूत्र के मुताबिक, 72 फीसदी बच्चों का कहना है कि मिड-डे मील की वजह से कक्षा में पढ़ाई को लेकर उनकी एकाग्रता बढ़ी है। स्कूल जा रहे 92 फीसदी बच्चों को मिड-डे मील मिल रहा है। 92 फीसदी शिक्षकों और 80 फीसदी माता-पिता ने माना कि मिड-डे मील से स्कूलों में नामांकन और उपस्थिति बढ़ी है।