अब सल्फास खाने से नहीं जाएगी किसी की जान
कोलकाता टाइम्स
अक्सर लोग डिप्रेस्ड होकर तनाव में आकर खुदकुशी करने की सोचते हैं। अपनी ज़िन्दगी से हार मानने के बाद वो मौत के गले लगाना ही सही मानते है और नींद की गोली , सल्फास जैसी चीज़ो का सहारा लेते हैं। न जाने कितने केस आए दिन हमारे सामने आते है। लेकिन अब शायद इन चीज़ो पर लगाम लग जाए। बाजारों में अब ऐसा सल्फास आया है जिसे खाने से लोगों की जान नहीं जाएगी।
पहले के दौर में कोई गलती से भी अनाज को निगल जाए तो उसकी मौत निश्चित होती थी। जबकि देखा जाए सल्फास अनाज संरक्षण के लिए कीटनाशक के तौर पर प्रयोग करने वाला एक पदार्थ है। 2018 से नए रूप में बाजार में उपलब्ध है। जिसमें ये पाया गया है कि सल्फास के असर में बदलाव आया है। इससे अनाज के कीट मरेंगे लेकिन आदमी की जान नहीं जाएगी। लगातार वाली मौतों के चलते स्वास्थ्य विभाग की सिफारिश पर कृषि उर्वरक व रसायन मंत्रालय ने इसको सुरक्षित बना दिया है।
पांच साल पहले इसकी टेबलेट को बड़ा बनाया गया, जिससे निगलना संभव न हो, उसके बाद पैकिंग को ऐसा बनाया गया, जिसे अकेला व्यक्ति न खोल पाए। इसके बावजूद सल्फास से होने वाली मौतें जारी रहीं। कृषि उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय के निर्देश पर अब सल्फास नए रूप में बाजार में आया है। इसकी टेबलेट पैकिंग बंद कर दी गई है। यह पाउच में दानेदार बनाया गया है। तीव्रता कम कर दी गई है।
डिप्टी डायरेक्टर प्लांट प्रोटेक्शन (लाइसेंस अथारटी) सीएल यादव ने बताया कि पाउच खोलते ही इसका रसायन हवा में घुलने लगेगा। पानी के संपर्क में आने से यह निष्क्रिय होना शुरू हो जाएगा। ऐसे में किसी के खा लेने पर असर काफी कम होगा। इसमें उल्टी कराने वाला रसायन मिलाया गया है। जिससे खाने वाले को तत्काल उल्टियां शुरू हो जाएंगी।
इससे व्यक्ति को पेट दर्द और बेचैनी होगी, लेकिन मौत नहीं होगी। टेबलेट आंतों में पड़ी धीरे-धीरे घुलती थी। उसे निकालना आसान नहीं था। जबकि दानेदार होने के चलते यह उल्टी केसाथ निकल जाएगा। इससे आंतों में घाव होगा पर वह फटेंगी नहीं। नया सल्फास कीटों को मारेगा, लेकिन लोगों के लिए जानलेवा नहीं रहेगा।
नए सल्फास के पैकेट में इसके असर को खत्म करने की विधि भी लिखी है। पोटेशियम परमैगनेट के घोल के साथ पेट की धुलाई करने पर इसका असर खत्म हो जाएगा। फिलहाल अभी भी इसके पाउच पर जहर लिखकर आम लोगों को चेताया गया है।