November 23, 2024     Select Language
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आज ही बदले बैठने का तरीका वरना शरीर का निचला हिस्सा हो सकता है बेकार

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कोलकाता टाइम्स

दफ्तर में कामकाज के दौरान अक्सर लोग बैठने के बारे में नहीं सोचते। लेकिन गलत मुद्रा में लगातार चार-पांच घंटे तक बैठे रहना कितना खतरनाक हो सकता है यह हमारे सोच से परे है। गलत तरह से बैठने से कमर दर्द की शिकायत हो सकती है। इससे शरीर का निचला हिस्सा बेकार हो सकता है। इसलिए बैठने की मुद्रा और शारीरिक गतिविधि पर पर्याप्त ध्यान देना आवश्यक है।

ह्रदय विशेषज्ञों का मानना है, कि आज लगभग 20 प्रतिशत युवाओं को 16 से 34 साल आयु वर्ग में ही पीठ और रीढ़ की हड्डी की समस्याएं हो रही हैं। शरीर को सीधा रखने के लिए बहुत सारी मांसपेशियों की ताकत की आवश्यकता होती है। लंबे समय तक खड़े रहने से पैरों में रक्त की मात्रा बढ़ जाती है और रक्त के प्रवाह में रुकावट आती है। इससे थकान, पीठ और गर्दन की मांसपेशियों में दर्द की शुरुआत हो सकती है।

पीठ और रीढ़ की हड्डी की समस्याओं के लक्षणों में वजन घटना, शरीर के तापमान में वृद्धि (बुखार), पीठ में सूजन, पैर के नीचे और घुटनों में दर्द, मूत्र असंतुलन, मूत्र त्यागने में कठिनाई और जननांगों की त्वचा का सुन्न पड़ जाना शामिल है।

विशेषज्ञों की सलाह है, “योग पुरानी पीठ दर्द के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी उपाय है, क्योंकि यह कार्यात्मक विकलांगता को कम करता है। यह इस स्थिति के साथ गंभीर दर्द को कम करने में भी प्रभावी है। यदि आप सुबह उठते हैं या कुछ घंटे के लिए अपनी डेस्क पर बैठे होने पर थकान या दर्द का अनुभव करते हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी मुद्रा सही नहीं है।”

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