सूरज भी एकदिन सो जायेगा मौत के गोद में, लेकिन …
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कोलकाता टाइम्स :
हमारी पूरी दुनिया सूरज के आस-पास घूम रही है. सूरज निकलता है तो दिन होता है, सूरज ढल जाता है तो शाम हो जाती है। लेकिन अगर किसी दिन सूरज निकले ही ना तो क्या होगा? अगर सूरज की मौत हो जाए तो क्या ये दुनिया भी खत्म हो जाएगी? तारों के टूटने के बारे में तो आपने सुना होगा। लेकिन क्या कभी ये सुना है कि हमारे सौर मंडल के केंद्र में मौजूद तारा जिसे सूर्य कहा जाता है, किसी दिन वो भी खत्म हो जाएगा।
वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले पांच अरब सालों में सूरज की मौत हो जाएगी। लेकिन अब तक ये बात उनको भी नहीं पता थी कि जब ये घटना होगी तो होगा क्या?
ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के खगोलविदों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने ये पता लगाने में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने इस घटना के समय होने वाली बदलावों की कुछ भविष्यवाणियां कीं। इन खगोलविदों के मुताबिक जब सूरज की मौत का वक्त पास आएगा तो वो इंटरस्टेलर (तारों के बीच का) गैस और धूल के एक चमकीले छल्ले में तब्दील हो जाएगा। इस प्रक्रिया को प्लैनेटरी नेबुला (निहारिका) कहा जाता है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, “ये तब होता है जब तारे के गर्म भीतरी भाग की वजह से उससे निकली गैस और धूल 10,000 साल तक चमकती है। ये खगोल विज्ञान में एक छोटी सी अवधि है।”
ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के खगोलविदों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने ये पता लगाने में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने इस घटना के समय होने वाली बदलावों की कुछ भविष्यवाणियां कीं। इन खगोलविदों के मुताबिक जब सूरज की मौत का वक्त पास आएगा तो वो इंटरस्टेलर (तारों के बीच का) गैस और धूल के एक चमकीले छल्ले में तब्दील हो जाएगा। इस प्रक्रिया को प्लैनेटरी नेबुला (निहारिका) कहा जाता है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, “ये तब होता है जब तारे के गर्म भीतरी भाग की वजह से उससे निकली गैस और धूल 10,000 साल तक चमकती है। ये खगोल विज्ञान में एक छोटी सी अवधि है।”