दुनिआ का एकलौता मंदिर जहाँ होती है मुस्लिम महिला की पूजा, वजह है कुछ खास
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![](https://kolkatatimes.co.in/hindi/wp-content/uploads/sites/3/2018/11/dolamata-temple.jpg)
कोलकाता टाइम्स :
एक मंदिर ऐसा भी है जहां भक्त एक मुस्लिम महिला को पूजते हैं। इस मंदिर में पूजा करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। जानिए कहां है ये मंदिर और क्यों है इतना खास- मुस्लिम महिला को पूजने वाले मंदिर का नाम है डोला माता मंदिर। ये मंदिर गुजरात में अहमदाबाद से तकरीबन 40 कीलोमीटर दूर झूलासन नाम के गांव में स्थित है। यहां हिंदू भक्त सालों से उनकी पूजा करते आए हैं और आज भी नवरात्रि के मौके पर यहां काफी भीड़ होती है।
इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि लगभग 250 साल पहले डोला नाम की मुस्लिम महिला थी जो काफी बहादुर थी। जब उनके गांव में बाहर से लोगों ने आकर उपद्रव मचाया तो उन्होंने बहादुरी से सभी का सामना किया। उनसे अपने गांव को बचाते हुए उन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
जब वो अपनी आखिरी सांसे ले रही थीं तभी कुछ ऐसी घटना घटी जिसने सभी को हैरान कर दिया। आखिरी वक्त में उनका शरीर फूल में बदलने लगा। गांववालों को ये देखकर यकीन नहीं हुआ। उनके मरने के पश्चात लोगों ने उनकी याद में मंदिर बनवाया और उसका नाम रखा डोला माता मंदिर। यहां एक पत्थर के यंत्र की पूजा होती है जो साड़ी से ढका हुआ होता है।
इस मंदिर की काफी मान्यता है और सिर्फ गुजरात ही नहीं, बल्कि पूरे देश से लोग यहां अपनी मुरादें लेकर आते हैं। इसके बारे में एक और बात मंदिर को खास बनाती है। झूलासन गांव का अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स से बड़ा गहरा रिश्ता है। ये उनका पैतृक गांव है और वो खुद इस मंदिर में आकर पूजा-अर्चना कर चुकी हैं।
इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि लगभग 250 साल पहले डोला नाम की मुस्लिम महिला थी जो काफी बहादुर थी। जब उनके गांव में बाहर से लोगों ने आकर उपद्रव मचाया तो उन्होंने बहादुरी से सभी का सामना किया। उनसे अपने गांव को बचाते हुए उन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
जब वो अपनी आखिरी सांसे ले रही थीं तभी कुछ ऐसी घटना घटी जिसने सभी को हैरान कर दिया। आखिरी वक्त में उनका शरीर फूल में बदलने लगा। गांववालों को ये देखकर यकीन नहीं हुआ। उनके मरने के पश्चात लोगों ने उनकी याद में मंदिर बनवाया और उसका नाम रखा डोला माता मंदिर। यहां एक पत्थर के यंत्र की पूजा होती है जो साड़ी से ढका हुआ होता है।
इस मंदिर की काफी मान्यता है और सिर्फ गुजरात ही नहीं, बल्कि पूरे देश से लोग यहां अपनी मुरादें लेकर आते हैं। इसके बारे में एक और बात मंदिर को खास बनाती है। झूलासन गांव का अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स से बड़ा गहरा रिश्ता है। ये उनका पैतृक गांव है और वो खुद इस मंदिर में आकर पूजा-अर्चना कर चुकी हैं।