कहीं आप भारत के इन 41 लाख भुलक्खाड़ों में तो नहीं ?
कोलकाता टाइम्स :
भारत में करीब ४१ लाख लोग भुलक्खड़ हैं, जबकि दुनिया भर में करीब ४.७ करोड़ लोग डिमेंशिया या स्मृतिक्षय के शिकार हैं। एक नयी रिपोर्ट में इस खुलासे के साथ यह भी कहा गया है कि २०५० तक दुनिया में इस समस्या से पीडित लोगों की आधी संख्या केवल एशिया में होगी।
किंग्स कॉलेज लंदन के नेतृत्व में जारी `वल्र्ड अल्झाइमर रिपोर्ट २०१५’ के मुताबिक दुनियाभर में करीब ४.६८ करोड़ लोग डिमेंशिया ग्रस्त हैं। यह संख्या हर २० साल में करीब दोगुनी होने का अनुमान लगाया गया है और इस हिसाब से २०३० तक यह आंकडा ७.४७ करोड़ और २०५० तक १३.१५ करोड़ हो सकता है।
अनुसंधानकर्ताओं ने यह भी पता लगाया कि हर साल दुनियाभर में डिमेंशिया के ९९ लाख से अधिक मामले सामने आते हैं। रिपोर्ट बताती है कि २०१५ में पूर्वी एशिया में डिमेंशिया से पीडित सर्वाधिक लोग रहते हैं और यह संख्या ९८ लाख है। इसके बाद पश्चिम यूरोप में डिमेंशिया पीडित लोगों की संख्या ७४ लाख है।
देशों के अनुसार देखें तो २०१५ में दस देश ऐसे हैं जहां डिमेंशिया पीडितों की संख्या दस लाख से अधिक है। इनमें चीन :९५ लाख:, अमेरिका :४२ लाख:, भारत :४१ लाख:, जापान :३१ लाख:, ब्राजील :१६ लाख:, जर्मनी :१६ लाख:, रुस :१३ लाख:, इटली :१२ लाख:, इंडोनेशिया :१२ लाख: और फ़्रांस :१२ लाख: हैं।