तुलसी रामसे के साथ ही हॉरर युग का अंत
कोलकाता टाइम्स :
उनके जैसे हॉरर फिल्म का निर्माण शायद ही युगों में में कोई कर पाए। और उनके मौत के साथ ही बॉलीवुड की हॉरर युग का भी अंत हो गया। फिल्म इंडस्ट्री में हॉरर फिल्मों की शुरुआत करने वाले डायरेक्टर तुलसी रामसे का शुक्रवार को मुंबई में निधन हो गया। वह 77 साल के थे। तुलसी रणसे का नाम सुनते ही याद आते हैं रोंगटे खड़े कर देने वाले। ‘दो गज जमीन के नीचे’, ‘दरवाजा’, ‘पुराना मंदिर’ और ‘वीराना’ जैसी हॉरर फिल्मों का डायरेक्शन किया था। उन्होंने 70 और 80 के दशक में दर्शकों हॉरर फिल्मों में जैसे बांध ही दिया था।
रामसे परिवार के मुताबिक, तुलसी रामसे ने सीने में दर्द की शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था लेकिन हॉस्पिटल में बताया गया कि उनकी मृत्यु हो चुकी है। तुलसी अपने परिवार के 7 रामसे ब्रदर्स में से एक थे। सभी रामसे ब्रदर्स ही अपनी फिल्मों के ज्यादातर काम संभालते थे और इसीलिए उनकी हॉरर फिल्मों को रामसे ब्रदर्स की फिल्म कहा जाता था।
एक समय ऐसा था कि रामसे ब्रदर्स की फिल्में ही हॉरर का पर्याय बन गई थीं। ये फिल्में ऑडियंस को काफी पसंद आती थीं और सुपरहिट साबित होती थीं। बताया जाता है कि ड्रिस्ट्रीब्यूटर्स भी रामसे ब्रदर्स की फिल्मों को हाथों-हाथ लेते थे क्योंकि इनमें काफी प्रॉफिट मिलता था।