बच्चे की ‘जेंडर’ की ऐसे करें पहचान
कोलकाता टाइम्स :
आपका बच्चा कहीं ट्रांसजेंडर तो नहीं है? उसके हावभाव बदल तो नहीं रहे हैं? इस तरह के सवाल क्या आपके भी मन में आते हैं, अगर आपका जवाब हां है तो ये लेख आपके लिए है। अगर आपकी बेटी या बेटा विपरीत लिंग वाली गतिविधयों में शामिल रहने का मन करता है, तो आपको इस बारे में सोचना चाहिए। हालांकि इस तरह की चीजें जरूरी नहीं कि ट्रांसजेंडर होने के संकेत ही हों। यहां हम आपको कुछ ऐसे लक्षण बता रहे हैं।
पेशाब करने का तरीका
पैरेंट्स को ये समझना थोड़ा मुश्किल होता है कि उनका बच्चा अपने जेंडर की जगह दूसरे जेंडर का टॉयलेट (जब एक लड़का, पुरुषों की बजाय महिलाओं का टॉयलेट इस्तेमाल करना पसंद करता है) क्यों इस्तेमाल करना चाहता है? ये एक संकेत है जो आपको समझाने में मदद कर सकता है कि आपका बच्चा असल में ट्रांसजेंडर है। अगर आपका बच्चा आपसे कहें कि वो उस टॉयलेट को इस्तेमाल करने में सहज नहीं है। जहां उसके पैरेंट्स चाहते थे कि वो इस्तेमाल करें और इस वजह से उसके कपड़े गंदे हो गए, तो आपको समझने में देर नहीं लगानी चाहिए।
कपड़ों की प्राथमिकता
बचपन में बच्चों को उनकी मनमर्जी के हिसाब से ड्रेसअप करवाना माता-पिता के लिए एक सामान्य सी बात होती है। लेकिन जैसे-जैसे वो बड़े होते है तो वो खुद अपनी ड्रेस कोड की प्रिफरेंस निश्चित करते हैं। उनके ड्रेस कोड को देखकर आपको ध्यान देने की जरुरत है। खासकर जब अगर एक लड़की कहे कि उसे लड़कियों की तरह ड्रेसअप करने में कोई दिलचस्पी नहीं है और लड़को को चटकीले और पिंक कलर आकर्षित करने लगें।
उनका बातचीत का तरीका
इसके अलावा आप बच्चों के बात करने के तरीके से भी मालूम कर सकते हैं, आपको बस इस बात का ध्यान रखना होगा कि बोलते वक्त आपके बच्चे किन क्रियाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, एक ट्रांसजेंडर बच्चा हमेशा ये कहना पसंद करता है कि “मैं एक लड़की हूं” कहने के बजाय “काश मैं एक लड़की होती।”