मौत से ज्यादा आर्थिक संकट से जूझ रहा भारतीय टीम के पूर्व खिलाडी जैकब मार्टिन
कोलकाता टाइम्स :
दुर्घटना के बाद जीवन और मौत के बीच जूझ रहे भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी जैकब मार्टिन के सामने अब एक और आपदा कड़ी हो गयी है। मार्टिन की वडोदरा के अस्पताल में इलाज चल रहा है और वह इस समय लाइफ सपोर्ट पर हैं। लेकिन अस्पताल की बढ़ती बिल के चलते उन्हें दवाइयां देनी बंद कर दी है। जिसके बाद के परिवार ने उनके इलाज के लिए फंड जुटाने की अपील की है।
बता दे, उनका बीते साल दिसंबर में एक्सीडेंट हो गया था जिससे उन्हें फेंफड़े और लीवर में चोटें आई हैं। बीसीसीआई ने उनके ईलाज के लिए पहली ही पांच लाख रुपये की मदद की. इसके अलावा बड़ौदा क्रिकेट संघ (बीसीए) ने भी उन्हें तीन लाख रुपये दिए हैं। बीसीसीआई और बीसीए के पूर्व सचिव मार्टिन के परिवार की मदद कर रहे हैं।
खबरों के मुताबिक जेकब की पत्नी ने बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी को पत्र लिखकर कहा था, “कल से उन्होंने मि. मार्टिन को दवाई देना बंद कर दिया है। वे वेंटीलेटर पर हैं। में आप से निवेदन करती हूं कि हमारी जल्द से जल्द मदद करें जिससे कि मैं उनके जीवन को बचा सकूं। इमरजेंसी की वजह से में निवेदन करती हूं कि आप स्टर्लिंग हॉस्पिटल के बैंक अकाउंट में पैसा जमा करवा दें।”
मार्टिन ने भारत के लिए 1999 से 2001 तक 10 वनडे और खेले हैं, जिनमें उनका औसत 22.57 का रहा है। मार्टिन ने 1999 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत के लिए पहला वनडे खेला था। मार्टिन की कप्तानी में वडोदरा 2000-2001 सीजन में रणजी ट्रॉफी भी जीत चुकी है।