‘भारत में अपराधी को नहीं मिलता मनपसंद डॉक्टर’ लिखकर भगोड़े मेहुल चौकसी ने छोड़ी भारतीय नागरिकता
कोलकाता टाइम्स :
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी ) का साढ़े तरह हजार रूपए का घोटाला करके भारत से भाग चुका कारोबारी मेहुल चौकसी ने भारत की नागरिकता छोड़ दी है। इसके साथ ही मेहुल चौकसी के भारत प्रत्यपर्ण की कोशिशों को झटका लगा है। भगोड़े चौकसी ने सात पन्नों का पत्र लिख कहा है, “भारत लौटना मेरे लिए असंभव है। मुझे डर है कि भारत में मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मेरे पसंद के अस्पताल में इलाज कराने नहीं दिया जाएगा।
मेहुल चौकसी ने एंटीगा हाईकमीशन में भारतीय पासपोर्ट को जमा करा दिया है। पासपोर्ट नंबर जेड 3396732 कैंसिल्ड बुक्स के साथ जमा कराया गया है। नागरिकता छोडने के लिए 177 यूएस डालर का ड्राफ्ट भी जमा कराया है। अब देखना होगा कि मेहुल चौकसी के प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार कौन सा रास्ता अख्तियार करती है।
विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमित नारंग ने गृह मंत्रालय को सूचना दी है। नागरिकता छोडने वाले फार्म में चौकसी ने अपना नया पता जौली हार्बर सेंट मार्कस एंटीगा लिखा है। हाईकमीशन को कहा कि उसने नियमों के तहत एंटीगा की नागरिकता ली और भारत की छोड़ी है।
मेहुल चौकसी भारतीय नागरिकता छोड़कर प्रत्यपर्ण की कार्रवाई से बचना चाहता है। चौकसी की इस बाबत एंटीगा की कोर्ट में 22 फरवरी को सुनवाई है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने विदेश मंत्रालय और जांच एजेंसियों से मामले की प्रगति रिपोर्ट मांगी है. मालूम हो कि पीएनबी घोटाले का दूसरा आरोपी नीरव मोदी लंदन में रह रहा है।