इस इस्लामिक मुल्क ने गाय को बनाया राष्ट्रीय गर्व
कोलकाता टाइम्स :
हिन्दुस्तान में गाय पूजनीय हैं। गाय को माता का दर्जा दिया गया है। हिन्दू धर्म के मांगलिक कार्य भी गाय के दूध व गोबर के बिना नहीं पूरे होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं दुनिया में एक इस्लामिक देश भी है, जहां गायों को राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक माना जाता है।
दरअसल, हम बात कर रहे हैं खाड़ी देश कतर की, जहां गायों के लिए एक एयरकंडीशंड बाड़ा, गायों का दूध निकालने के लिए मशीनें सहित तमाम सुविधाएं देखने को मिल जाएंगी। लेकिन करीब दो साल पहले क़तर में ऐसी कोई डेयरी नहीं थी। देश को दूध के लिए सऊदी अरब से होने वाली सप्लाई ही सहारा था, लेकिन अब क़तर के बलाडना फार्म में 10 हज़ार गायें हैं और इनमें ज़्यादातर अमरीका से लाई गईं उन्नत नस्ल की गायें हैं। खाड़ी संकट शुरू होने के महीने भर बाद ही इन गायों को यहां लाया गया था।
ये वो वक़्त था जब क़तर के अरब पड़ोसियों ने उसकी नाकेबंदी कर दी थी और ज़रूरी चीज़ें उसके यहां पहुंचने से रोक दी गई थीं, पर क़तर ने आत्मसमर्पण करने के बजाय इसे एक चुनौती के तौर पर लिया और हालात से आगे बढ़ गया। इस मुल्क में गायें अब राष्ट्रीय गर्व और खुद पर भरोसे के प्रतीक के तौर पर देखी जा रही हैं।
बलडाना फार्म के मैनेजर पीटर वेल्टेव्रेडेन कहते हैं, “सभी ये कह रहे थे कि ऐसा करना नामुमकिन है लेकिन हमने इसे कर दिखाया। उन्होंने कहा, हमने वादा किया था कि क़तर का संकट शुरू होने के एक साल के भीतर हम ताजे दूध के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएंगे और हमने यह कर दिखाया।