सरकारी ऐप के जरिये महिलाओं पर नकेल कसने की कोशिश
कोलकाता टाइम्स :
सऊदी अरब उस मोबाइल ऐप के बचाव के पक्ष में है, जिसमें देश के पुरुषों को अपनी महिला रिश्तेदारों पर नजर रखने की अनुमति दी गई है। नागरिक अधिकार संगठनों एवं एक अमेरिकी सांसद ने यह ऐप बनाने पर दिग्गज आईटी कंपनियों की कड़ी आलोचना की थी। सऊदी अरब के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने कहा कि अबशेर ऐप महिलाओं, बुजुर्गों और विशेष जरूरत वाले लोगों सहित समाज के सभी सदस्यों के लिए सेवाएं मुहैया कराता है। यह नि:शुल्क ऐप एंड्रॉयड और ऐपल स्मार्टफोन पर भी उपलब्ध है। इस ऐप का उपयोग करने वाले लोग इसके माध्यम से अपने पासपोर्ट और वीजा का नवीकरण भी करा सकते हैं।
इससे कई इलेक्ट्रॉनिक सेवाएं प्राप्त करना भी बहुत आसान होगा। लेकिन आलोचकों का कहना है कि यह ऐप पुरुषों को महिलाओं की गतिविधियों पर नजर रखने की इजाजत देकर उनके उत्पीड़न को बढ़ावा देता है। ऐपल के सीईओ टिम कुक ने अमेरिका के नेशनल पब्लिक रेडियो को इस हफ्ते की शुरुआत में बताया था कि उन्होंने इस ऐप के बारे में नहीं सुना है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह ऐप महिलाओं के खिलाफ अभद्र हरकतों को और बढ़ावा देता है। सऊदी कानून के अनुसार, महिलाओं को अपना पासपोर्ट नवीनीकृत कराने या देश से बाहर जाने के लिए अपने पति या किसी नजदीकी पुरुष रिश्तेदार की मंजूरी लेनी जरुरी होती है।