हिनहिना कर हंसने वाले से दूरी ही भली, क्योंकि…
कोलकाता टाइम्स :
हंसी खुशी और आनंद को जाहिर करने का माध्यम होता है। लेकिन हर व्यक्ति का हंसने का अलग तरीका होता है। कोई खिलखिलाकर हंसता है तो कोई रुक-रुक कर हंसता है। समुद्र शास्त्र के अनुसार हंसने के तरीके से भी व्यक्ति के स्वभाव के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है।
खिलखिलाकर हंसने वाले : इस तरह से हंसने वाले लोग सहनशील और दयालु स्वभाव के होते हैं। ऐसे लोग साथ निभाने वाले होते हैं इन पर भरोसा किया जा सकता है।
ठहाका मारकर जोर से हंसने वाले : ऐसे लोग थोड़े अहंकारी होते हैं। आमतौर पर इस तरह के लोगों पर पैसों की कमी नहीं होती।
रुक-रुक कर हंसने वाले : इस तरह से हंसने वाले आमतौर पर मानसिक कमजोर होते हैं। ऐसे लोग किसी भी काम में आसानी से सफल नहीं हो पाते।
मंद-मंद मुस्काने वाले : कई लोग मंद मंद मुस्कुरा ते हैं इस तरह के लोग गंभीर, धैर्यवान और शांत स्वभाव वाले होते हैं। ये लोग काम के प्रति ईमानदार होते हैं।
हिनहिना कर हंसने वाले : घोड़े की तरह हिनहिना कर हंसने वाले लोग अहंकारी और धोखेबाज स्वभाव के होते हैं। ये लोग दूसरों के काम का श्रेय लेने में माहिर होते हैं। इन पर आसानी से विश्वास नहीं किया जा सकता।