बगैर दुल्हन की इस शादी में जमकर नाचे 200 बाराती, 800 ने खाई दावत
कोलकाता टाइम्स :
27 वर्षीय अजय बारोट का सपना था कि अपने चचेरे भाई की तरह ही उसकी शानदार शादी हो। उसके परिवार भी उसकी इस इच्छा को पूरा करने की जी तोड़ कोशिश लेकिन बिच में रोड़ा बना दुल्हन ना मिलमना। आखिर दिमागी तौर पर कमजोर अजय को भला कौन अपनी बेटी दे ?
अजय के पिता विष्णु बारोट ने बताया, कई कोशिशों के बाद जब कोई रिश्ता तय नहीं हो सका, तब हमने बिना दुल्हन के ही अजय की इच्छा पूरी करने का निर्णय लिया।
शादी से एक दिन पहले मेहंदी और संगीत सेरेमनी हुई। इसमें करीबी दोस्तों और रिश्तेदारों ने हिस्सा लिया। अगले दिन अजय को सुनहरी शेरवानी, गुलाबी पगड़ी और लाल और सफेद गुलाबों की माला पहनाकर दूल्हा बनाया गया। फिर अजय को घोड़े पर बैठाकर गांव घुमाया गया। इस रस्म में लगभग 200 लोग शामिल हुए। यही नहीं, गुजराती संगीत और ढोल की धुन पर सभी ने डांस भी किया। परिवार ने घर के करीब सामुदायिक भवन में दावत दी। इसमें लगभग 800 लोग पहुंचे।
तो इस तरह परिवार ने बिन दुल्हन के ही समाज की परवाह किए बगैर बेटे का सपना पूरा किया