मूंगा पहनने से पहले जानले इसके नुकसान भी
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कोलकाता टाइम्स :
कुण्डली में अगर मंगल भाव में हो तो धन का व्यय होगा, मगर जीवन में मकान अवश्य बनेगा। घरेलू लड़ाई-झगड़े भी पैदा होंगे। माता के लिए भी मंगल शुभ नहीं कहा जा सकता है। अतः मूॅगा धारण करने से मंगल शुभ-अशुभ दोनों प्रभाव प्रबल हो जायेंगे।
मूंगा धारण करने से भाग्य भाव में वृद्धि होगी मेष लग्न-इन कुण्डली में मंगल लग्नेश होकर भाग्य भाव में स्थित होगा।
मूंगा सोच-समझकर पहने सिंह लग्न-इस लग्न में मंगल चतुर्थेश होकर नवम भाव में मेष राशि में स्थित होगा। ऐसे लोगों को मूॅगा धारण करने से भौतिक जगत की वस्तुओं का सुख मिलेगा एवं माता से अधिक स्नेह होगा। कुछ लोगों को प्रापर्टी, वाहन आदि की प्राप्ति हो सकती है। कन्या लग्न-मंगल तृतीयेश-अष्टमेश होकर आपके भाग्य भाव में स्थित होगा। मंगल वृष राशि में स्थित है, वृष का स्वामी शुक्र है और बुध व शुक्र की आपस में अच्छी मित्रता है। अतः मूॅगा पहनने से साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी तथा अचानक धन लाभ भी हो सकता है। तुला लग्न-मंगल द्वितीयेश-सप्तमेश होकर भाग्य भाव में स्थित होगा।
मूंगा सोच-समझकर पहने सिंह लग्न-इस लग्न में मंगल चतुर्थेश होकर नवम भाव में मेष राशि में स्थित होगा। ऐसे लोगों को मूॅगा धारण करने से भौतिक जगत की वस्तुओं का सुख मिलेगा एवं माता से अधिक स्नेह होगा। कुछ लोगों को प्रापर्टी, वाहन आदि की प्राप्ति हो सकती है। कन्या लग्न-मंगल तृतीयेश-अष्टमेश होकर आपके भाग्य भाव में स्थित होगा। मंगल वृष राशि में स्थित है, वृष का स्वामी शुक्र है और बुध व शुक्र की आपस में अच्छी मित्रता है। अतः मूॅगा पहनने से साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी तथा अचानक धन लाभ भी हो सकता है। तुला लग्न-मंगल द्वितीयेश-सप्तमेश होकर भाग्य भाव में स्थित होगा।
मॅूगा धारण करने से जॅहा धन सम्पत्ति का सुख प्राप्त होगा, वहीॅ धन का अपव्य भी होगा। विवाह से पहले मूंगा पहनने से दुल्हन आपके लिए लकी साबित होगी। यह पढ़ें:आपकी कुंडली में कौन-सा ग्रह है बलवान वृश्चिक लग्न-मंगल षष्ठेश-लग्नेश होकर भाग्य भाव में स्थित होगा। इस लग्न में मंगल अपनी नीच राशि में स्थित होगा, इसीलिए मूंगा सोंच-समझकर पहने वरना हानि भी हो सकती है।