गुरु की बरसी पर आतंकवादियों ने सेना शिविर को बनाया निशाना
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न्यूज डेस्क
अफजल गुरू की बरसी पर जैश ए मोहम्मद द्वारा सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाये जाने की चेतावनी सच साबित हुई। शनिवार तड़के जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने जम्मू शहर के सुंजवान में स्थित सेना के एक शिविर पर हमला कर दिया। हमले में गोली लगने से घायल हुए सेना के जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) मदन लाल और जवान मोहम्मद अशरफ शहीद हो गए। जबकि, एक कर्मी और एक सैन्यकर्मी की बेटी घायल हो गई।
मिले ख़बरों के अनुसार, आतंकवादियों के एक समूह ने सुंजवान सैन्य शिविर में घुसने के लिए ग्रेनेड फेंके और स्वचालित हथियारों से हमला किया है।
सूत्रों के अनुसार, सुंजवान कैंप के रिहायशी इलाके में 3 से 5 आतंकी एक क्वार्टर में छिपे हुए हैं। आतंकियों का मकसद सैनिकों को बंधक बनाना है। आतंकियों की तलाश में सेना ने अपना ऑपरेशन तेज कर दिया है। आतंकियों की तलाश में पैरा कमांडो जुटे हुए हैं। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से बात की है और उन्हें आतंकी हमले के बारे में जानकारी दी।
इस घटना के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक से बात की, जिसके बाद डीजीपी ने उन्हें आतंकी हमले के बाबत जानकारी दी। गृह मंत्रालय पर इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है।
सुरक्षाबलों और पुलिस ने सुंजवान सैन्य शिविर के आसपास के इलाके की भी घेराबंदी कर ली है। यह शिविर 36 ब्रिगेड के तहत पहली जम्मू कश्मीर लाइट इंफेंट्री के अंतर्गत आता है।
बताया जा रहा है कि जैश ए मोहम्मद के आतंकी बीती रात शहर के बाहरी इलाके में चेन्नी के पास स्थित सेना के सुंजवान शिविर के पिछले हिस्से से दाखिल हुए है।