खाने को कौड़ी नहीं, पाक खर्चेगा 1,150 अरब रक्षा पर !
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कोलकाता टाइम्स :
अब इसे पाकिस्तान की बदकिस्मत कहिये या चालाकी। देश की जनता मुद्रास्फीतिकी मार से बेहाल है। देश कर्ज टेल नक् तक दुब चूका है। वही देश अपनी रक्षा के लिए 1,150 अरब खर्चेगए अपनी रक्षा पर। खाने को मोहताज पाकिस्तान को सरकारी संपत्ति (गाड़ी-भैस) बेचन पड़ा वही अरबो खर्च करने की बात कर रहा है। बृहस्पतिवार को पाकिस्तान की संसद ने सर्वसम्मति से अगले वित्त वर्ष (2019-20) के लिए 1,152 अरब रुपए के रक्षा बजट को मंजूरी दे दी। संघीय राजस्व मंत्री हम्माद अजहर ने 11 जून को बजट पेश किया था, जिसमें उन्होंने घोषणा की थी कि रक्षा क्षेत्र के लिए बजटीय आवंटन पिछले साल के समान ही किया गया है।
उल्लेखनीय है कि बदहाली से परेशान इमरान खान सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिशों में लगी है। इसके लिए वह वैश्विक संस्थाओं से कर्ज ले रही है। हालांकि इसके लिए इमरान खान सरकार की घरेलू मोर्चे पर आलोचना भी हो रही है। इस संबंध में पाकिस्तान के विपक्षी नेता शहबाज शरीफ ने अर्थव्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर पिछले दिनों प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार पर हमला बोला और कहा, ‘‘हम भारत के साथ स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते थे।’’
शरीफ ने नेशनल असेंबली में एक हफ्ते के हंगामे के बाद बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि ‘‘अफगानी मुद्रा पाकिस्तानी मुद्रा से अधिक मजबूत है…बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति आय हमसे ज्यादा है।’’