अब बल्ब नियंत्रण करेगा शुक्राणुओं को
कोलकाता टाइम्स :
दरअसल जर्मनी के एक बढ़ई ने एक वॉल्व की खोज के बाद दावा किया है कि इससे गर्भनिरोध के क्षेत्र में क्रांति आ जाएगी। वॉल्व के स्विच को ऑन या ऑफ करने पर शुक्राणुओं का निकलना शुरू या बंद हो जाता है। क्लिमेंस बिमेक ने स्पीगल मैग्जीन को बताया कि इस स्विच को बनाने का विचार उसे 20 साल पहले टीवी पर गर्भनिरोध के बारे में डॉक्यूमेंट्री देखते वक्त आया था। तब वह चौंक गया था कि क्या एक साधारण्ा से वाल्व के जरिये शुक्राणुओं को निकलने से रोका जा सकता है। जब उसे पता चला कि अभी तक किसी ने इस तरह की डिवाइस के लिए पेटेंट नहीं कराया है, तो उसने इसे खुद विकसित करने का फैसला किया। बिमेक ने बताया कि उन्होंने कई डॉक्टरों से संपर्क किया, लेकिन किसी ने भी उन्हें गंभीरता से नहीं लिया।
हालांकि, कुछ लोगों ने मुझे प्रेरित किया और अपनी कुशलता से मेरी मदद की। अब यह वॉल्व बन गया है और इसे 25 पुरुषों में लगाया जाएगा, जिसका ट्रायल इस वर्ष की शुरुआत में होगा। यह छोटा सा वाल्व करीब एक इंच लंबा है और इसका वजन एक ओंस (28 ग्राम) के दसवें हिस्से (2.8 ग्राम) के बराबर है। महज आधे घंटे के साधारण से ऑपरेशन में इसे आसानी से लगाया जा सकता है, जो अंडकोश से शुक्राणुओं के निकलने वाले डक्ट में फिट हो जाता है। इसके बाद ऑन-ऑफ स्विच के जरिये शुक्राणुओं का निकलना या रोकना नियंत्रित किया जा सकता है।
अभी तक बिमेक ने ही इसे लगवाया है। ऑपरेशन के जरिये बिमेक के शरीर में इसे लगाने वाले यूरोलॉजिस्ट हार्टविक बॉउर ने बताया कि अस्थायी नसबंदी के लिए यह वॉल्व बेहतरीन है।