घर पर पूजा तो करे पर भूल कर भी ना रखे इनकी प्रतिमा, वरना …
कोलकाता टाइम्स :
कई बार आपके काम बनते बनते बिगड़ जाते हैं, या आप लगातार बीमार हैं, किसी परेशानी में हों या परिजनों या मित्रों से मनमुटाव हो जाए तो संभव है कि आपकी कुंडली में शनि की स्थिति सही ना हो। आप पर शनि की महादशा, साढ़ेसाती, ढैय्या आदि का प्रकोप हो सकता है। ऐसे में उसे शांत करने के उपाय करने आवश्यक हो जाते है। इसके लिए आप शनिदेव की पूजा घर पर भी कर सकते हैं। बस कुछ विशेष बातों का ध्यान रखें।
वास्तव में शनिदेव को श्राप है कि वे जिस किसी को वो सीधी नजरों से देखेंगे, उसका अनिष्ट हो जाएगा। इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार घर पर शनिदेव की मूर्ति रखना वर्जित है। इसलिए याद रखें कि उनको मन में ही स्मरण करके उनकी पूजा करें। शनिवार को हनुमान जी की भी पूजा का विधान है तो आप उनके समक्ष पूजा करें और शनिदेव को भी याद करें। इससे भी शनि प्रसन्न होते हैं।
घर पर शनिदेव की पूजा सामान्य रूप से ही करें और उसके बाद किसी भी निकट के मंदिर जा कर शनिदेव को नीले या काले रंग के वस्त्र चढ़ायें। इसके अतिरिक्त शनिवार को व्रत का संकल्प लें और नहा-धोकर काले वस्त्र धारण कर पूजा करें। इस दिन सरसों या तिल के तेल से दिया जला शनिदेव को अर्पित करें। साथ ही शनिदेव को तिल, काली उदड़ या कोई भी काली वस्तु भेंट में चढ़ायें।