अगर चमगादड़ घुस आये घर में तो समझ लीजिये मौत ने पसर लिया पैर
कोलकाता टाइम्स :
दुनियाभर में हजारों-लाखों तरह की धारणाएं प्रचलित हैं। हालांकि इनके पीछे का सच कोई नहीं जानता है। ये वैज्ञानिक शोध का विषय हो सकती हैं या इन्हें अंधविश्वास मानकर खारिज किया जा सकता है। हम धारणा शब्द के अर्थ पर न जाएं।
हालांकि ये विश्वास है या अंधविश्वास यह कह नहीं सकते लेकिन प्राचीनकाल से ही लोक परंपरा और स्थानीय लोगों की मान्यताओं पर आधारित इन बातों को आज भी लोग सही मानते हैं। इन विश्वासों को अनुभव पर आधारित माना जाता है। तो जानिए ऐसी धारणाओं के बारे में—
भूंकप आने का अंदेशा
ऐसी मान्यता है कि टिटहरी जिस दिन पेड़ पर रहने लगे तो समझ लो कि भूकंप आने वाला है। क्योंकि ये वो पक्षी है जो पेड़ पर यूं ही नहीं जाता, वो जमीन पर ही रहती है और जमीन पर ही अंडे देती है।
चमगादड़ का घर में घुसना
घर के अंदर अगर चमगादड़ घुस आए तो समझ लो आपके घर में किसी की मौत होने वाली है। हालांकि कुछ का मानना है कि यह घर के खाली हो जाने की सूचना है। तो वहीं कुछ का कहना है कि चमगादढ़ ऐसी बीमारियों को फैलाने के लिए जिम्मेदार है जिसका प्राचीन या मध्यकाल में इलाज संभव नहीं था इसलिए चमगादड़ को मौत का दूत कहा जाने लगा।
घर में चिढ़ियों का घोसला
कहते हैं कि आपके घर में या बालकनी में चिढ़ियां अपना घोसला बनाकर रहने लगे तो समझो कि आपके घर में खुशियों की शुरुआत हुई। हर तरह का संकट हट जाता है और घर के सभी सदस्यों का चित्त प्रसन्न रहने लगता है।