दिल का दौरा रोकता है लौकी, अगर ऐसे करे सेवन
लौकी को छिलके सहित धोकर उसे कश लें फिर कशी हुई लौकी को ग्राइंडर में डालकर उसका रस निकालें साथ ही लौकी को पीसते समय उसमें 4-6 पोदीना के पत्तों तथा तुलसी के 8 पत्ते उसमें मिला दें उसके बाद पीसे हुए लौकी को एक कपड़े से छानकर उसका रस निकाल लें फिर इसमें पानी मिलायें. इस रस में 1 ग्राम सेंधा नमक और 4 काली मिर्चका चूर्ण मिला लें अब बने हुए रस को भोजन करने के आधे घंटे के बाद सुबह-दोपहर एंव रात मे तीन बार लें. शुरु में 2-3 दिन रस की मात्र को कम भी ले सकते हैं ध्यान रहे रस हमेशा ताजा लें।
प्रारम्भ में पेट में कुछ गड़गड़ाहट हो तो परेशान न हों. लौकी का रस पेट के विकारों को दूर करता है। लौकी पहले पांच दिनों तक लगातार लेना चाहिए, फिर 26 दिन का अंतराल देकर फिर 5 दिन तक लगातार लें. इसे कम से कम 3 महीनों तक लेना होगा।
इस नुस्खे का प्रयोग करते समय कुछ चीजों से बचेंः उपचार के दौरान खट्टे फलों, टमाटर, नीबूं आदि का सेवन न करें हृदयरोगियो को मदिरा, धूम्रपान और मांस आदि का पूरी तरह से परहेज रखें और सुबह ज्ल्दी उठकर 4-5 किलोमीटर हल्के चलें।