लड़की मुंडवाए सिर लड़के बढ़ाये जुल्फे तभी मिलेंगे अच्छे जीवनसाथी
कोलकाता टाइम्स :
हर लड़की का सपना होता है कि सफेद घोड़े पर एक राजकुमार आए और उसे ब्याह कर ले जाए। और इसके लिए वो सावन में शिव की पुजा अर्चना से लेकर तुलसी विवाह तक हर वो काम करती है जिससे उन्हें एक अच्छा पति मिल सके। वहीं लड़कों की भी यही ख्वाहिश होती है कि उन्हें एक अच्छा जीवनसाथी मिले। आप ने भी कई बार एक अच्छे जीवनसाथी के लिए कोई ना कोई टोटका तो अपनाया ही होगा। लेकिन कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है जनाब और ये बात साउथ अफ्रीका की ये जनजाति जानती है।
साउथ अफ्रीका के ईथियोपिया और सोमालिया के के मध्य एक जनजाति निवास करती है बोराना। और हर ग्रुप की तरह इन लोगों के भी कुछ उसूल और मान्यताएं हैं। यहां कि लड़कियों को अच्छा वर मिलता है या नहीं ये तो हमें नहीं पता पर एक अच्छे जीवनसाथी की कामना में ये लोग अपनी सबसे प्यारी चीज़ की कुर्बानी दे देते हैं।
जनजाति में लड़कियों को शादी होने से पहले तक सिर का एक बड़ा हिस्सा मुंडवा कर रखना होता है। यानि सर के बीचोंबीच एक कटोरे जैसा खाली क्षेत्र। हमारे यहां इसे अनुपम खेर का हेयरस्टाइल कह सकते हैं। पर इस जनजाति के लिए यही सीढ़ी है अच्छे पति को पाने की। इस अजब गजब जनजाति में लड़कियों को इस मान्यता का पालन करने पर ही अच्छा घर और बढ़िया वर मिलता है। यहां लड़कियों को ठीक से बाल बढ़ाने और उसे संवारने का मौका तभी दिया जाता है जब उनकी शादी हो जाती है।
गांव का सबसे ‘योग्य वर’ हमारे देश में इस समय सबसे योग्य वर भले ही सलमान खान और शाहिद कपूर हों पर इस जनजाति का हीरो होता है वो लड़के जिनके बाल सबसे लंबा होता है। गांव में सबसे लकी लड़का भी इसी लड़के को माना जाता है। ऐसा करने से वो लड़की जैसा तो दिखता है पर उन्हें इज्जत की नजरों से देखा जाता है।
इस जनजाति के लोग फोटो खिंचवाने को अच्छा नहीं मानते। ऐसा करने से शरीर में खून की कमी हो जाती है और छाया भी नहीं बनती। इसका मतलब यहां पर आपको ना सेल्फी लेने का मौका मिलेगा ना ही उसे अपलोड करने का । मतलब कि नो इंस्टाग्राम अकाउंट! हालांकि बोराना जनजाति की मान्यताएं और उसूल थोड़े अलग और रूढ़िवादी हैं लेकिन समय के साथ यहां भी विचारों में बदलाव की बयार बह चुकी है। समाज बदलने के साथ ही इन लोगों में भी बदलाव आ रहा है। अब ये लोग पढ़ाई-लिखाई की तरफ तेजी से बढ़ रहें हैं। इनके समाज में थोड़ा खुलापन आया है। लड़कियां अपना गांव छोड़कर शहरों की तरफ काम करने के लिए सेटल हो रही हैं। वो पुरानी मान्यताओं को दरकिनार करते हुए नए समाज और नई सोच की तरफ अग्रसर हैं।