‘कंगाल’ पाकिस्तान को करोड़ों के विज्ञापन नाम पर ऐसे नोच-खसोट रहे यह मंत्री
कोलकाता टाइम्स :
जिसे अपने ही लूट ले उसे गैरों की क्या जरुरत ? यह बात पाकिस्तान पर बिलकुल फिट बैठती है। अब जिस देश की माली हालत इतनी ख़राब हो की अरबों-खरबों की उधारी पर चल रहा हो। सरकारी गाड़ी और भैसों को बेचना पड़ रहा हो उस देश के एक मंत्री ने तो गजब ही ध दिया। गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में मीडिया की माली हालत भी खस्ता है। लेकिन, इसी माहौल में पेशावर का कोई खास पहचान न रखने वाला अखबार बहुत अच्छी कमाई कर रहा है। इस सफलता का राज यह है कि इसका मालिक खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का एक मंत्री है जिसके मंत्री बनने के बाद इस अखबार को मिलने वाले विज्ञापनों की ढेर लग गई। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि अखबार की वास्तविक प्रसार संख्या की जांच-पड़ताल किए बिना इसके विज्ञापनों में बढ़ोतरी कर दी गई और रेट भी बढ़ाकर दिए गए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अखबार को अपने मालिक प्रांतीय मंत्री के जरिए पांच करोड़ 74 लाख 20 हजार रुपये का रिकॉर्ड बिजनेस मिला है.
रिपोर्ट में मंत्री का नाम नहीं दिया गया है लेकिन उनके हवाले से कहा गया है कि विज्ञापन देने में कोई गड़बड़ी नहीं की गई है और वह तो अखबार के मालिक भी नहीं हैं। हालांकि, सरकारी दस्तावेज से खुलासा हुआ है कि इन्होंने अखबार के प्रकाशन के अधिकार तो अपने भाई के नाम कर दिए हैं लेकिन इसकी छपाई का अधिकार अभी भी अपने पास रखा हुआ है। इस बारे में जब उनसे फोन पर पूछा गया तो उन्होंने यह कहते हुए लाइन काट दी कि ‘जो मन चाहे, वह लिखो।