गजब : हर तरह के मांस खाने में मुस्लिमों को काफी पीछे छोड़ गए हिन्दू
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कोलकाता टाइम्स :
पूरी दुनिया में ऐसा माना जाता है कि हिंदू समुदाय के लोगों में मांसाहार का प्रचलन कम है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि हिंदू ज्यादा मांस खाते हैं और उनमें नॉन-वेज फूड का क्रेज बढ़ता जा रहा है। लोग मांसाहार को आधुनिकता और संपन्नता से जोड़ कर देखने लगे हैं। वहीं, काफी लोगों का यह मानना है कि मांसाहार स्वास्थ्य के लिए ज्यादा फायदेमंद है। पहले जहां हिंदुओं में बकरे का मांस और मछली खाने का प्रचलन ज्यादा था। अब ये देखा जा रहा है कि वे हर तरह के जानवरों का मांस खाने लगे हैं।
पिछले कुछ वर्षों के दौरान राष्ट्रीय सैंपल सर्वे के आंकड़ों से पता चला है कि देश में मांसाहार करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। साल 2011-12 के राष्ट्रीय सैंपल सर्वे के आंकड़ों से पता चला कि देश में करीब 8 करोड़ लोग। यानी औसतन हर 13 में से एक भारतीय बीफ भी खा रहा था। पता चला कि इन 8 करोड़ लोगों में से 7 प्रतिशत सवर्ण सहित करीब सवा करोड़ लोग हिंदू थे। इसके बाद हुए सर्वे से पता चला कि मांसाहारियों की संख्या में और भी ज्यादा वृद्धि हुई है और शाकाहारियों का अनुपात सिर्फ 23 से 27 प्रतिशत रह गया है।
साल 2018 में हुए एक अमेरिकी अध्ययन में मांसाहारियों की संख्या और भी ज्यादा पाई गई। यह अध्ययन अमेरिका में रहने वाले एंथ्रोपॉलोजिस्ट बालमुरली नटराजन और उनके सहयोगी अर्थशास्त्री सूरज जैकब ने किया।