फोटोग्राफी के बगैर अधूरा है टूर, इसलिए …
कोलकाता टाइम्स :
फोटोग्राफी का मतलब सिर्फ खूबसूरत तस्वीरें दिखाना ही नहीं होता क्योंकि ऐसा तो ज्यादातर लोग कर लेते हैं. फोटोग्राफी तो बिना कुछ कहे भी बहुत कुछ बयां करने का एक जरिया होती है। इसके द्वारा आप समाज और लोगों के बीच जागरूकता लाने के साथ-साथ और भी कई चीज़ों के बारे में दूसरों को बता सकते हैं। ट्रैवल और टूरिज्म को बढ़ावा देने में फोटोग्राफी का बहुत ही बड़ा योगदान है। फोटोग्राफी द्वारा उस जगह की खूबसूरती और खासियत के बारे में बताने का मौका मिलता है जो लोगों को वहां जाने के लिए उत्सुक करता है। इसलिए फोटोज़ की क्वालिटी और क्लीयरैटि बहुत मायने रखती है। तो आज फोटोग्राफी के बेसिक रूल्स के बारे में जानेंगे जिससे आप बिल्कुल प्रोफेशनल फोटोग्राफर्स की तरह तो नहीं लेकिन कुछ हद तक जरूर उनकी तरह फोटोज़ क्लिक कर सकते हैं।
फोटोग्राफी के बेसिक रूल्स
कैमरे का नॉलेज
अच्छी फोटोग्राफी के लिए कैमरे के हर एक फीचर्स के बारे में जानना जरूरी है। कैमरे के ज़ूम प्वाइंट से लेकर फोकस हर एक के बारे में नॉलेज होगी तभी आप सब्जेक्ट की बारीकियों को बेहतर तरीके से कवर कर पाएंगे।
बेहतरीन फोटोग्राफी के लिए लाइटिंग बहुत जरूरी चीज़ होती है इसलिए प्रोफेशनल फोटोग्राफर्स फोटोज़ क्लिक के लिए ज्यादातर दिन का समय चुनते हैं। इसके अलावा जब सूरज ढ़ल रहा हो उस दौरान भी क्लिक की गई फोटोज़ बहुत अच्छी आती है।
फ्रेम करना सीखें
फ्रेमिंग का मतलब होता है कि सारी चीज़ों को परफेक्टली एक शॉट में कैद करना। सब्जेक्ट को क्लिक करते समय आसपास की चीज़ों पर भी नज़र रखें जिससे कुछ जरूरी चीज़ मिस न हो जाएं। नेचर फोटोग्राफी में फ्रेमिंग बहुत ही जरूरी चीज़ है।
फोकस
सब्जेक्ट को फोकस करें। एनिमल, फ्लॉवर्स और वेडिंग फोटोग्राफी में ज्यादातर इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। सब्जेक्ट की फोटो एकदम क्लीयर होती है और आसपास के एरिया को ब्लर(धुंधला) कर दिया जाता है।
कहानी कहती हुई फोटो
ट्रैवलिंग के दौरान फोटोग्राफी करते वक्त ऐसी फोटोज़ लेने की कोशिश करें जिसे बाद में देखने पर उस ट्रिप से जुड़ी सारी बातें याद आ जाएं। जो आपके ट्रैवल ब्लॉगिंग और मैगज़ीन के लिए स्टोरी लिखने में बहुत काम आती हैं। इसके अलावा आप सोशल साइट्स पर इन पिक्चर्स को पोस्ट कर लाइक्स, कमेंट्स के अलावा कमाई भी कर सकते हैं।