चेटिंग के दीवाने जरा जानिये इसके साइड इफेक्ट्स
कोलकाता टाइम्स :
स्मार्टफोन आने से सोशल मीडिया का उपयोग ज्यादा ही हो गया है,और हो भी क्यों ना जब हर कोई सोशल साइट्स पर है तो फिर भला कोई पीछे क्यों रहे? फेसबुक और व्हाट्सएप दो ऐसे सोशल प्लेटफार्म है जहां आजकल हर कोई एक्टिव है। इसमें कोई गलत बात नहीं है लेकिन गलत बात यह है कि इन सबके पीछे आप अपनी हेल्थ को नजरअंदाज कर रहे हैं। आपको शायद नहीं पता लेकिन लगातार चेट करने के लिए आपके उँगलियों और अंगूठे को क।फी नुक्सान पहुँचता है।
ज्यादातर लोग चैटिंग या मैसेजिंग करने के लिए स्मार्टफोन तथा टैबलेट का इस्तेमाल करते हैं। लगातार चैटिंग एवं मैसेजिंग करते रहने की बढ़ती लत के कारण वैसे लोगों की संख्या बढ़ी है, जिन्हें उंगलियों, अंगूठे और हाथों में दर्द की समस्या उत्पन्न हो रही है। ज्यादातर लोग टच स्क्रीन का इस्तेमाल गलत तरीके से और गलत पोस्चर में करते हैं। स्ट्रेस से संबंधित इंजुरीज लोगों को तब भी हो सकती है जब वे टाइप करते समय अपनी कलाई पर अधिक दबाव डालते हैं या अपने हाथों को बहुत ज्यादा आगे या पीछे की ओर झुकाते हैं, जिससे उनके हाथों पर स्ट्रेस पड़ता है। इसके कारण होने वाली बीमारियों में कार्पेल टनेल सिंड्रोम सबसे सामान्य है।
यह कलाई में मीडियन नर्व पर दबाव पड़ने के कारण होता है। आपकी गर्दन और इसे सहारा देने वाली सर्वाइकल स्पाइन पर खराब पोस्चर का बहुत प्रभाव पड़ता है किसी भी गतिविधि के बार-बार दोहराए जाने के कारण जोड़, मांसपेशियां और नसें प्रभावित होती हैं, जिस कारण रिपिटिटिव स्ट्रेस इंजुरी होती है। जो लोग सेल फोन पर अक्सर संदेश टाइप करने के लिए अपने अंगूठे का उपयोग करते हैं, उनमें कभी-कभी रेडियल स्टिलॉयड टेनोसिनोवाइटिस विकसित हो जाता है। इस रोग में अंगूठे को हिलाने-डुलाने में दर्द होता है।