27 सालों से योगी का इंतजार कर रही मंदिर में फूल-प्रसाद बेचकर जीने वाली बहन
कोलकाता टाइम्स :
आप सोच रहे हैं किस योगी की बात कर रहे ? हम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ही बात कर रहे। भला उन्हें कौन नहीं जनता ? लेकिन क्या आप यह जानते है कि योगी की तीन बहने भी है। जिनमे से सबसे छोटी बहन शशि नीलकंठ मंदिर में प्रसाद और फूलों की माला बनाकर बेचने का काम करती है। हाँ यह सच जरूर है कि वे किसी को भी अपनी पहचान बताने से कतराती है और खुद को छुपकर रखती है।
शशि ने इस बारे में फिर पूछने पर बताया कि वह नहीं चाहती कि किसी को पता चले की वो योगी आदित्यनाथ की छोटी बहन है। बता दे कि शशि अपने पति पूरण के साथ नीलकंठ मंदिर के पास पार्वती धाम में फूल प्रसाद माला की दुकान चलाती है। यहाँ वह एक झोंपड़ी में अपने परिवार के साथ रह रही है। दरअसल यहाँ रहने के पीछे यह वजह है कि कोई भी झोपडी में रहने वाली महिला के बारे में यह नहीं सोचता की वह सीएम की बहन है।
शशि ने बताया कि वर्ष 1992 में उनकी शादी गढ़वाल के रहने वाले पूरन से हुई थी और उनकी शादी के बाद ही योगी आदित्यनाथ उर्फ अजय बिष्ट घर छोड़कर चले गए। उनका कहना है कि योगी के सांसद बनने से लेकर अब तक उनकी भाई योगी से कोई बात नहीं हो पाई है।
शशि कहती है कि उन्होंने योगी को स्कूल से लाने और ले जाने का काम किया है। शशि अपने दुःख को व्यक्त करते हुए कहती है कि पिछले 27 सालों से वह भाई योगी और परिवार से नहीं मिल पाई हैं। बचपन की कुछ बातों को याद करते हुए शशि बताती है कि बचपन में रक्षाबंधन के त्यौहार के दिन योगी आदित्यनाथ हमेशा उनसे यही कहा करते थे कि अभी तो फिलहाल में कुछ नहीं कमा रहा हूं, लेकिन जब बड़ा हो जाऊंगा तो तुम्हें खूब सारे उपहार दूंगा।