नपुंसकता की सबसे अच्छी दवा है यह
कोलकाता टाइम्स :
चूना एक प्राकृतिक झरनदार पत्थर है जिसके औषधीय गुण के कारण इसका प्रयोग दवाइयों में भी होता है |चूना पत्थर वस्तुत: कैलसियम कार्बोनेट है, पर इसमें सिलिका, ऐल्यूमिना और लोहे इत्यादि सदृश अपद्रव्य अंतर्मिश्रित रहते हैं।
आइये जाने चूने का आयुर्वेदिक प्रयोग :-
1 चूना जो आप पान में खाते है वो कई बीमारी ठीक कर देता है। किसी को पीलिया जो जाये तो चूना उसकी सबसे अच्छी दवा है. गेहूँ के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर पिलाने से बहुत जल्दी पीलिया ठीक कर देता है|
2 चूना नपुंसकता की सबसे अच्छी दवा है, अगर किसी के शुक्राणु नही बनता उसको अगर गन्ने के रस के साथ चूना पिलाया जाये तो साल में भरपूर शुक्राणु बनने लगेंगे।
3 विद्यार्थियों के लिए चूना बहुत अच्छी है, जो लम्बाई बढाती है, गेहूँ के दाने के बराबर चूना रोज दही में मिलाके खाना चाहिए, दही नही है तो दाल में मिलाके खाया जा सकता है |
4 मासिक धर्म के समय अगर कुछ भी तकलीफ होती हो तो गेहूँ के दाने के बराबर चूना हर दिन दाल में, लस्सी में, पानी में घोल के पीने से लाभ होता है |
5 चूना घुटने का दर्द ठीक करता है कंधे, कमर, रीढ़ के दर्द में चूने का सेवन सुबह खाली पेट करे |