इस प्रथा के चलते बच्चे तो पैदा कर सकते हैं पर शादी नहीं
कोलकाता टाइम्स :
भारत में कई तरह के रीती रिवाज माने जाते हैं। कुछ हमे पता होते हैं और कुछ हमे नहीं पता होते, लेकिन जब उनके बारे में पता चलता है तो हैरान रह जाते हैं हम। आज हम आपको ऐसा ही कुछ बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप भी यकीन नहीं करेंगे। वैसे तो भारत में शादी के बाद ही बच्चा पैदा करना सही माना जाता है लेकिन एक परंपरा के चलते शादी के बाद नहीं बल्कि शादी के पहले बच्चा पैदा करना ज़रूरी होता है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं राजस्थान के उदयपुर के सिरोही और पाली में रहने वाली गरासिया जनजाति की। जहाँ पर करीब पिछले हज़ार साल से चली आ रही है. दरअसल, इस जनजाति में परमपरा के अनुसार लड़के और लड़कियां अपनी रजामंदी से लिव इन में रहते हैं और बच्चे पैदा होने के बाद ही शादी के बंधन में बंधते हैं।
जो लीव इन को हम आज का रिश्ता मानते हैं वो आज का नहीं बल्कि पिछले कई साल से चला आ रहा है। गरासिया जनजाति में दो दिन का विवाह का खास मेला लगता है जहाँ लड़के और लड़की एक दूसरे को पसंद करते हैं और बिना शादी किए एक साथ रहने लगते हैं। इसमें भी रहने के बाद वो बच्चा पैदा करते हैं और उसके बाद ही शादी की जाती है। सिर्फ लिव इन वाले को छोड़कर किसी के बच्चे नहीं हुए तभी से यहां के लोग इस परंपरा का पालन कर रहे हैं, इस परंपरा को ‘दापा प्रथा’ कहा जाता है।