दूसरों के लिए मौत पर इनके लिए वरदान है कोरोना
कोलकाता टाइम्स :
कोरोना के प्रकोप की वजह से जहां पूरी दुनिया डरी हुई वहीं एक ऐसा जीव भी है जिनके लिए कोरोना वरदान साबित हुआ है। हालाँकि इसके पीछे का चित्र ठीक नहीं है। क्योंकि इनसे जुड़ा व्यवसाय पूरी तरह से ठप होने की कगार पर है। हम बात कर रहे है चिकन के बारे में । चिकन व्यवसायी इस कदर परेशान हैं कि उन्होंने बिजनेस स्वीच करने की ठान ली है। कईयों ने तो अपने चिकन व्यवसाय को बंद कर मुर्गों को खुले जंगल में छोड़ दिया है।
दिलचस्प बात यह है कि भले इससे चिकन व्यवसायियों के पेट पर लात पड़ रही है लेकिन कई मुर्गे अब तक अपनी जान बचा चुके हैं। जाहिर है, चिकन खाने से कोरोना की अफवाह ने धंधे की धज्जियां उड़ा दी है।
झारखंड के रामगढ़ और हजारीबाग सीमावर्ती क्षेत्र के बड़कागांव इलाके में कोरोनावायरस के डर से मुर्गा व्यवसायियों ने जंगल में बॉयलर सैकड़ों जिंदा मुर्गों को जंगल मे फेंक दिया। उस रास्ते से गुजरने वाले लोग मुर्गा लूटने में लग गए। मुर्गा व्यापारियों में दहशत आ गया है कि वे इस रोजगार में भूखे न मर जाएं।
पश्चिम बंगाल में हाल ऐसा है कि जहाँ 160 -180 किलो चिकन बिकता था वह 70 रूपए उतर आया है फिर भी लोग खरीदने को तैयार नहीं।