कोरोना के जहरीले दांत तोड़नेवाला यह देश ऐसे करेगा भारत की मदद
कोलकाता टाइम्स :
दुनिया में अपने जहर फ़ैलाने वाले कोरोना का दांत यह देश तोड़ चूका है। वह देश है ताइवान। जहाँ घनी आबादी के बावजूद कोरोना के 385 मामले सामने आए, जिनमें से 6 की मौत हुई और 99 ठीक हो गए।
वही ताइवान कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए 14000 भारतीय चिकित्सा कर्मचारियों के साथ अपने अनुभव साझा कर रहा है, इनमें से 9000 कर्मियों के साथ 2 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंस की गई थी। दूसरी वीडियो कॉन्फ्रेंस 14 अप्रैल को होनी है जिसमें लगभग 5000 भारतीय चिकित्साकर्मी हिस्सा ले रहे हैं।
नई दिल्ली स्थित ताइवान के प्रतिनिधि कार्यालय ने एक बयान में कहा, “हमारी नई साउथ बाउंड पॉलिसी में भारत एक बहुत महत्वपूर्ण देश है। महामारी से लड़ने के लिए हमारी सरकार ने भारत और इस क्षेत्र के अन्य देशों की सहायता करने का निर्णय लिया है।”
भारत की दो फार्मा कंपनियों ने कोरोना वायरस के खिलाफ भारत-ताइवान सहयोग के इस कार्यक्रम का बीड़ा उठाया है। 9000 चिकित्साकर्मियों को मुंबई स्थित ALKEM लेबोरेट्ररीज़ लिमिटेड की मदद से प्रशिक्षित किया गया, जबकि बाकी 5000 को वेरीटैज़ हेल्थकेयर लिमिटेड की मदद से प्रशिक्षित किया जाएगा।
कोरोना वायरस संकट पर ताइवान ने जिस तरह से प्रतिक्रिया दी उससे दुनिया भर में इसकी प्रशंसा हो रही है। 1 अप्रैल को, ताइवान ने अंतर्राष्ट्रीय मानवीय सहायता की शुरुआत की थी और अमेरिका व यूरोप को 10 मिलियन मेडिकल मास्क और अन्य चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई।