लॉकडाउन का यूँ फायदा उठाकर रेलवे ने बदल डाला 167 साल का इतिहास
कोलकाता टाइम्स :
देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रसार पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन लागू किया हुआ है। इस दौरान रेल और हवाई यातायात सेवाओं पर रोक लगी हुई है। इस लॉकडाउन का भारतीय रेलवे ने काफी फायदा उठाया है। लॉकडाउन के 40 दिनों के दौरान रेलवे ने 50 साल पुराने लकड़ी के सीजर क्रॉस ओवर (ट्रैक के नीचे लगने वाले स्लीपर) को बदला तो कहीं सालों से बंद 100 साल पुराना एफओबी तोड़ा। मेंटिनेंस के दौरान रेलवे ने आधिकारिक रूप में करीब 705 घंटे का ब्लॉक भी लिया।
रेलवे ने बताया कि यात्री सेवाओं के निलंबन की अवधि का इस्तेमाल रेल नेटवर्क पर लंबे समय से अटके पड़े मरम्मत के काम को पूरा करने में किया गया। पटरियों की मरम्मत से सुरक्षा बेहतर होगी और परिचालन की क्षमता बढ़ेगी। इससे ट्रेनों की लेटलतीफी भी खत्म होगी।
मंत्रालय ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान करीब 500 आधुनिक हेवी डयूटी ट्रैक मरम्मत मशीनों ने 12,270 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर मरम्मत का काम पूरा किया।
अधिकारियों ने कहा कि बचा हुआ मेंटिनेंस का काम 17 मई तक पूरा कर लिया जाएगा। रेलवे के 167 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि ट्रेनों का संचालन इतने लंबे वक्त के लिए बंद किया गया।