जोर से नहीं मिला लद्दाख तो ड्रैगन दे रहा भारत को इसकी लालच
कोलकाता टाइम्स :
भारत सीमा को हतियाने में नाकामयाब चीन अब भारत को लुभाने का काम शुरू कर दिया है। अपने मंसूबों में कामयाब न होता देख चीनी ड्रैगन ने फिर एकबार बेल्ट ऐंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का राग अलापने लगा है। भारत को BRI का लालच देकर अपना उल्लू सीधा करना चाहता है चीन। चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि BRI भारत के लिए आर्थिक विकास के अवसरों के दरवाजे खोल सकती है। पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बालटिस्तान से होकर गुजरने वाले BRI का भारत पुरजोर विरोध करता रहा है।
ग्लोबल टाइम्स ने अपने एक लेख में कहा, भारत का लंबे समय तक आर्थिक विकास चीन के प्रस्तावित BRI प्रॉजेक्ट के अनुरूप ही है। बीआरआई का उद्देश्य देशों और क्षेत्र का साझा विकास है। इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए निवेश से बीआरआई भारत को बड़ा मौका दे सकता है जिसे विदेशी निवेश आकर्षित करने और औद्योगिक विकास के लिए इस निवेश की सख्त जरूरत है।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि कोरोना वायरस महासंकट के बीच दुनिया के देश आर्थिक विकास दर को फिर से हासिल करना चाहते हैं। हिंद महासागर के आसपास का इलाका बीआरआई के लिए बेहद अहम है। भारत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से इस इलाके में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता रहा है। भारत के पास अब इसे फिर से शुरू करने का बड़ा मौका है।