हद हो गयी : देने के लिए पैसे ले बैठा है बैंक लोग कर रहे रिजेक्ट, क्योंकि…
कोलकाता टाइम्स :
ऐसे तो आमतौर पर लोग लोन लेने के लिए बैंक के चक्कर काटते हैं। लेकिन अब बैंक लोन देने के लिए पैसे ले बैठा है और लोग लेने ही नहीं आरहे । लॉकडाउन ने मौजूदा परिस्थिति ऐसी ही हो गई है। कोई जोखिम लेना ही नहीं छह रहा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का कहना है कि हम लोन देने को तैयार हैं लेकिन लोग लोन लेने आ ही नहीं रहे।
भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा है कि बैंक कर्ज देने को तैयार हैं, लेकिन ग्राहक कर्ज लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैंक सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों क्षेत्र को तीन लाख करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना को लेकर आशान्वित है। इस योजना के जरिये सरकार ने अप्रत्यक्ष रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 30,000 करोड़ रुपये डाले हैं। भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए कुमार ने बैंक की जमा रिजर्व बैंक के पास रखने की आलोचनाओं पर कहा, हमारे पास कोष है, लेकिन ऋण की मांग नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे में बैंकों के पास अपना पैसा रिजर्व बैंक के पास रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।