राम भरोसे : दवाई में डॉक्टर ने दी ‘आध्यात्मिक खुराक’!
कोलकाता टाइम्स :
बीमार पढ़ने के बाद मरीज सबसे पहले डॉक्टर के पास जाता है। उसे उम्मीद रहती है कि डॉक्टर दवाई और अच्छे से इलाज के द्वारा सबकुछ ठीक कर देगा। अगर कोई डॉक्टर कहे कि रोज हनुमान चालीसा का पाठ करें और मंदिर जाने की सलाह दे तो सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा। क्योंकि डॉक्टर का काम होता है, सही उपचार कर मरीज को ठीक करना। लेकिन राजस्थान के इस डॉक्टर की मानें तो दवाई के साथ-साथ ये हनुमान चालीसा का पाठ करने की भी सलाह देते हैं. उनका ये प्रिसक्रिप्शन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने मरीज को हनुमान चालीसा और रोज मंदिर जाकर पाठ में शामिल होने की सलाह दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 69 वर्षीय डॉक्टर दिनेश शर्मा राजस्थान के भरतपुर के वरिष्ठ सरकारी चिकित्सक रह चुके हैं। वो अब रिटायर होकर क्लिनिक संभालते हैं। ये जो प्रिसक्रिप्शन वायरल हो रहा है वो पर्चा शेखर नामक व्यक्ति का है। जो एक मैकेनिक है और वो पेट दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टर को दिखाने गया था। डॉक्टर ने चार दवाईयां लिखने के बाद पांचवां नंबर लिखकर हनुमान जी की चालीसा करने की सलाह दे डाली और साथ ही लिखा- ‘प्रतिदिन मंदिर में आरती करने जाइए।’ दिनेश का कहना है कि हर दिन मंदिर जाना और हनुमान चालीसा का पाठ करने से मन को शांति मिलती है और बीमारी भी ठीक हो जाती है।
दिनेश ने अपने पर्चे के सबसे ऊपर लिखा है – ‘डॉक्टर सिर्फ इलाज करता है, ठीक भगवान करता है।’ दिनेश कहते हैं – मैं मरीजों को ‘आध्यात्मिक खुराक’ देता हूं. आध्यात्मिकता से तेज रिकवरी होती है।