गजब : किसी मोमबत्ती की तरह खुद ही पिघल सकता है इंसानी शरीर
कोलकाता टाइम्स :
आप सभी ने एक मोमबत्ती को तो जरूर जलते हुए देखा ही होगा। किस तरह से ये मोमबत्ती जलने के बाद पिघलती जाती है और धीरे-धीरे पूरी खत्म भी हो जाती है। लेकिन क्या आप एक बात जानते है कि हमारा शरीर भी किसी मोमबत्ती की तरह ही पिघल सकता है। जी हाँ… कई साइंटिस्ट की रिसर्च में ऐसे दावे किये जा चुके है कि मानव शरीर भी पिघल सकते है। अब तक दुनियाभर में ऐसी मौत के करीब 200 मामले सामने आ चुके है जिसमे लोग ऐसे जलकर मरे है। ऐसे दावे हुए है कि लोग अपने शरीर की गर्मी से ही जलकर मर गए है। यानी हमारा शरीर एक मोमबत्ती की तरह ही जलने का काम करता है।
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के मुताबिक इस तरह के मामलो को सच बताने वालो ने इसे Wick थ्योरी का नाम दिया है। इस थ्योरी की माने तो ऐसी घटना में इंसान का शरीर किसी मोमबत्ती की तरह काम करता है। यदि कभी हमारे शरीर का कोई अंग आग की वजह से जल जाता है और फिर हमारी बॉडी की गर्मी की वजह से उस जगह का फैट कपड़ो पर चिपक जाता है। ऐसी स्थिति में आग लगने के चान्सेस ज्यादा होते है। ऐसे हालात में ये फैट ग्रीस या आयल का काम करता है। इससे शरीर के कुछ हिस्से तो जलकर खांक हो जाते है लेकिन कई बार हाथ और पैर बच जाते है। वैसे तो साइंस के लिए ये बहुत बड़ी पहेली है लेकिन ध्यान रहे है भविष्य में ऐसा भी हो सकता है।