पाकिस्तानी फौज का करीबी नूर वली निकला ग्लोबल टेररिस्ट
कोलकाता टाइम्स :
पाकिस्तानी फ़ौज का करीबी माने जाने वाला तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के सरगना नूर वली मेहसूद को यूएन ने ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कर दिया। जून 2018 में तालिबान का सरगना फजलउल्लाह अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया था। इसके बाद नूर को टीटीपी का सरगना बनाया गया था। नूर पाकिस्तान के कबायली इलाके में रहता है। अफगानिस्तान में होने वाले आतंकी हमलों के लिए अमेरिका इसे ही जिम्मेदार मानता है।
ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित होने के बाद मेहसूद की सभी संपत्तियां सीज कर दी जाएंगी। फिर चाहे वे किसी भी देश में हों। इसके अलावा उस पर ट्रैवल बैन लगाए जाएंगे। हथियारों की खरीद फरोख्त पर भी रोक लगाई जाएगी। माना जाता है कि मेहसूद के रिश्ते अल-कायदा और आईएसआईएस से भी हैं।
यूएन की प्रतिबंध लगाने वाली कमेटी के मुताबिक, नूर आतंकी हमलों के लिए फाईनेंस, प्लानिंग और इससे जुड़े कामों को अंजाम देता रहा है। उसने अल-कायदा जैसे आतंकी संगठन को फिर मजबूत करने की साजिश भी रची। मेहसूद पाकिस्तान के खैबर पख्तूख्वा के इलाके में रहता है। यूएन के मुताबिक, वो नॉर्थ वजीरिस्तान में पाकिस्तानी फौज पर भी हमले कर चुका है।