जान और 30 लाख दोनों ले लिया, पुलिस देखते रह गयी
कोलकाता टाइम्स :
घटना बिलकुल फ़िल्मी कहानी जैसी ही है। यहां भी पुलिस के सामने ही अपहरणकर्ता पैसे ले उड़े और एक मासूम की जान भी ले लिया। इस मामले में कानपुर पुलिस के ऊपर एक बार फिर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। मामला 13 जुलाई का है लापता युवक के परिजनों ने पुलिस के कहने पर अपहरणकर्ता को पैसे देने का फैसला किया था। पुलिस को विश्वास था कि वो बदमाशों को पकड़ लेगी। लेकिन शातिर बदमाशों पुलिस के सामने ही 30 लाख रुपये की फिरौती लेकर फरार हो गए और पुलिस देखती रह गई।
जिसके बाद परिजनों ने पुलिस की बातों पर विश्वास करते हुए 13 जुलाई को अपहरणकर्ताओं की बताई जगह पर फिरौती की रकम लेकर पहुंच गए। लेकिन बदमाश इतने शामिर थे कि उन्होंने पुलिस को भी चकमा दे दिया और पैसों से भरा बैग भी ले गए और अपह्रत का भी कुछ पता ना चला। आरोप है कि लापता युवक के पिता से आरोपी करीब आधा घंटे तक बात करते रहे और पुलिस उसे पकड़ न सकी।
कानपुर के बर्रा इलाके में रहने वाला युवक संजीत यादव ( 27 ) एक निजी पैथोलॉजी में काम करता था. 22 जून की रात वो घर नही लौटा तो परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता न चला. इसके बाद परिजनों ने पुलिस में सूचना दी. लेकिन पुलिस ने 23 जून को गुमशुदी का मामला दर्ज कर खाना पूर्ति कर दी। करीब एक हफ्ते बाद अपहरणकर्ताओं का फिरौती के लिए फोन आने लगे. पुलिस उसे ट्रैक करने में लगी रही।
अब घटना के एक महीने बाद पुलिस ने परिजनों को सूचना दी कि संजीत की मौत हो चुकी है। पुलिस ने इस मामले में फिलहाल चार युवकों को हिरासत में लिया है। जिन्होंने यह कबूला है कि उन्होंने 26 या 27 तारीख को ही संजीत यादव की हत्या कर दी और उसके शव को पांडु नदी में फेंक दिया था।