जिन्दा होकर भी कोर्ट उसे जिंदा मानता ही नहीं
कोलकाता टाइम्स :
एक आदमी जो जिंदा है लेकिन दुनिया उसे जिंदा मानने से इनकार करती है.जिसकी पत्नी और बच्चे भी उसके सामने होते हुए भी उसे मरा हुआ ही मानते हैं। वह बेचारा करे भी तो क्या करे? दुनिया में पशोपेश की कई स्थितियां देखी होंगी लेकिन ऐसी स्थिति जब जिंदा आदमी खुद को जिंदा साबित करने के लिए जद्दोजहद करे शायद ऐसा कभी सुना और देखा नहीं होगा।
ओहियो के डोनाल्ड यूगेन मिलर के लिए तब एक बड़ी अजीब समस्या पैदा हो गई जब कोर्ट ने उसे जिंदा मानने से इनकार कर दिया। डोनाल्ड की पत्नी ने भी कोर्ट से अपील की कि डोनाल्ड को कानूनन जिंदा न माना जाए। दरअसल 1994 में डोनाल्ड रहस्यमय तरीके से अचानक गायब हो गए थे। न उनकी पत्नी, न किसी और को उनके बारे में कुछ पता था। 8 वर्षों तक वापस न आने पर पत्नी ने कोर्ट से अपील की थी कि डोनाल्ड को कानूनन मृत घोषित किया जाए ताकि मृतक के परिवार को मिलने वाले सोशल सिक्योरिटी लाभ उसे और उसकी दो बेटियों को मिल सकें। कोर्ट ने इसे मानते हुए डोनाल्ड को मृत घोषित कर दिया। लेकिन ९ साल बाद जब डोनाल्ड वापस आया तो उसे अपने कानूनन मृत होने की स्थिति का पता चला।
डोनाल्ड के लिए सबसे अजीब स्थिति तब हो गई जब मृतक व्यक्ति की सोशल सेक्यूरिटी नंबर रद्द हो जाने के कारण वह कोई काम नहीं कर सकता था। यहां तक कि ड्राइविंग लाइसेंस भी इस नंबर के बिना वह नहीं बनवा सकता था और मृत व्यक्ति को वह सोशल सिक्योरिटी नंबर नहीं दिया जा सकता था। इस तरह जिंदा होते हुए भी कानूनन मरा हुआ माने जाने वाले डोनाल्ड ने कोर्ट से अपने जिंदा होने की पुष्टि करने की अपील की। लेकिन तब डोनाल्ड की पत्नी ने इसके खिलाफ अदालत में गुहार लगा दी क्योंकि इससे सरकार की ओर से मृतक के परिवार को मिलने वाला सोशल सिक्योरिटी लाभ उसे मिलना बंद हो जाता।
डोनाल्ड अपनी नौकरी की खराब स्थिति से परेशान होकर 1986 में बिना किसी को बताए फ्लोरिडा चला गया था। 1994 में उसे मृत घोषित किया गया और 2005 में वह वापस आया। तब तक बहुत कुछ बदल चुका था। उसकी पत्नी तब तक 25000 डॉलर सरकार से ले चुकी थी। डोनाल्ड को कानूनन जिंदा घोषित किए जाने के बाद सरकार उससे यह राशि वापस मांग सकती थी। डोनाल्ड की पत्नी का कहना है कि वह इतनी बड़ी राशि वापस कर सकने की अर्थिक स्थिति में नहीं है।
इसके अलावा उसका यह भी कहना था कि इस तरह गायब होकर डोनाल्ड ने भावनात्मक रूप से उसे उसकी दो बेटियों को वर्षों तक मानसिक यातना दी है और इसके लिए सजा के तौर भी उसे कानूनन जिंदा घोषित नहीं किया जाना चाहिए। इस तरह एक कानून ने डोनाल्ड की अपील ठुकराकर उसकी पत्नी की अपील स्वीकार कर ली और डोनाल्ड जिंदा होते हुए भी आज भी अजीब सी कानूनी स्थिति का सामना कर रहा है.और मरा हुआ है।