अब कोरोना वैक्सीन को सबसे बड़ी चुनौती -70 डिग्री वाला कोल्ड स्टोरेज
कोलकाता टाइम्स :
कोरोना वायरस के साये में दुनिया लगभग पूरा साल गुजार चूका हैं। अब सिर्फ इंतजार है तो कोरोना वैक्सीन की। भारत में भी कोविड मरीजों का आंकड़ा 86 लाख को पार कर गया है। मरीजों के अलावा भी भारत सरकार के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो रही है। देश में वैक्सीन स्टोरेज की तैयारी को लेकर सिस्टम बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है।
खास बात है कि कोरोना वैक्सीन को स्टोरेज के लिए -70 डिग्री सेल्सियस के तापमान की जरूरत होती है। यह चुनौती खासकर देश के ग्रामीण इलाकों में ज्यादा बड़ी है। क्योंकि इन क्षेत्रों में इतने ठंडे माहौल को तैयार करना बहुत मुश्किल है। गौरतलब है कि वैक्सीन की रेस में बढ़त हासिल कर चुकी कंपनी फाइजर (Pfizer) ने ऐलान किया है कि उनका टीका 90 फीसदी कारगर रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि देश में कोल्ड चेन को लेकर तैयारियों का आगाज हो गया है। वहीं, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी वैक्सीन स्टोरेज को लेकर दावा किया है कि वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन में -70 तापमान चाहिए होता है और इस तरह की सुविधा देश की किसी कंपनी के पास नहीं है।