कभी खाया है जमीन में गड़ा या अचार बना मांस
कोलकाता टाइम्स :
विविधता में एकता का देश है भारत। यहां हर राज्य का खान-पान, रहन-सहन और भाषा-बोली सब अलग-अलग है। अगर हम खान-पान की बात करें तो यहां नॉनवेज खाने के मामले में सबका अपना-अपना तरीका है। कहीं पर भूनकर, पकाकर तो कहीं जमीन के नीचे मांस गाड़कर खाया जाता है, कुछ लोग तो इसका अचार भी बनाकर खाते हैं। आइये आपको भारत के उन हिस्सों के बारे में बताते हैं, जहां नॉनवेज कई अन्य तरीकों से भी खाया जाता है।
मेघालय
मेघालय का पोर्क मीट विश्वभर में प्रसिद्ध है। यहां मछली से ढेरों डिश भी तैयार की जाती है।
असम
यहां के लोग चावल, मछली और अंडे के शौकीन
होते हैं। यहां मुर्गी के अंड़ों के अलावा बतख केअंडे भी खाए जाते हैं।
नागालैंड
यहां मांस के शौकीन लोग उसपर नमक मलकर कई दिनों तक चूल्हे के ऊपर टांग देते हैं। इसके बाद इसे जमीन में गाड़कर फर्मेंटेशन किया जाता है। बाद में इसकी डिश बनाकर खाया जाता है। नागालैंड के लोग इस तरह से बने नॉनवेज को खाना बहुत पसंद करते हैं।
अरूणाचल प्रदेश
थुपका नाम के नूडल्स और मोमोज यहां की पसंदीदा व्यंजन है। नॉनवेज और अपॉग नाम की शराब लोगों की पसंदीदा है।
मणिपुर
यहां पर मछली और हरे बांस के फॉर्मेट से बनी डिश दुनिया भर में मशहूर है। यहां जमीन पर बैठकर केले के पत्तों में खाना खाया जाता है।
सिक्किम
यहां के लोग नॉनवेज खाने के बहुत शौकीन होते हैं। सब्जियों में यहां रायो साग, गुंडरूक और किनेमा बहुत पसंद किया जाता है।
त्रिपुरा
यहां का शिडल आचार बहुत प्रसिद्ध है। पोर्क मिथुन और फिश यहां के खास व्यंजन हैं। त्रिपुरा की थाली में विभिन्न तरह के व्यंजन देखने को मिलते हैं।