टॉन्सिल की समस्या का इन आयुर्वेदिक तरीकों से करें जड़ से सफाया
कोलकाता टाइम्स :
बदलते मौसम के कारण अधिकतर लोगों को गले में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। जिसके कारण खाने और पीने में काफी समस्या होती है। आमतौर पर गले और फिर कानों में होने वाले दर्द को जुकाम की समस्या मानते हैं, लेकिन आपको बता दें कि यह टॉन्सिल हो सकता है। अगर इसका समय पर इलाज नहीं कराया तो आपको अधिक दर्द, बुखार जैसी कई अन्य बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके शुरुआती लक्षणों को जानकर आसानी से आप घर पर ही कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय अपना सकते हैं। इससे आपको कुछ ही दिनों में लाभ मिल जाएगा। क्या है टॉन्सिलाइटिस? हमारे गले के दोनों तरफ मांस की गांठ सी होती हैं जिन्हें टॉन्सिल कहा जाता है। जब इनमें इंफेक्शन के कारण सूजन आ जाती हैं तो यह टॉन्सिलाइटिस कहलाता है। जिसके कारण खाने, पीने के अलावा सलाइवा निगलने में भी दिक्कत होती हैं। टॉन्सिलाइटिस के लक्षण
– गले में खराश और दर्द होना
– निगलने में दर्द होना
– गले से लेकर कानों तक दर्द
– सिरदर्द की समस्या
– टॉन्सिल में सूजन और दर्द होना।
– बुखार आ जाना गले के दर्द और टॉन्सिल से न निजात पाने के लिए अपनाएं ये उपाय
– हरड़, बहेड़ा और आंवला को बराबर मात्रा में पीसकर त्रिफला चूर्ण बना लें। रात को सोने से पहले एक चम्मच गर्म पानी खा लें। इससे सूजन के साथ कफ की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
– सौंठ, पिपली, काली मिर्च को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर त्रिकुटा चूर्ण बना लें। रोजाना 1-1 ग्राम शहद के साथ चाट लें। शीतोपलादि को शहद के साथ खाएं।
– अदरक का रस , तुलसी के 5-6 पत्तियों को पीसकर इसे शहद के साथ लें। – आंवला का जूस, आवंला का मुरब्बा आदि आंवला से संबंधित चीजों का सेवन करे।
– त्रिकुटा 20 ग्राम और बबुल की छाल का पाउडर 20 ग्राम लेकर शहद के साथ चटा दें।
– अजवाइन, कपूर, पिपरपिंट बराबर लेकर यूके लिपस्टिक और लौंग का तेल मिलाकर दिव्य धारा बना लें। इसे गर्म पानी में कुछ बूंदे डाल दें। इसके बाद इसकी वाष्प ले लें। इससे गले का दर्द, टॉन्सिल के साथ कई तरह की एलर्जी में लाभ मिलेगा।
– गर्म पानी में हल्दी और सेंधा नमक डालकर गरारा करे। इससे आपको लाभ मिलेगा।