सावधान! ऐसे लोगों के लिए जहर है उड़द की दाल
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कोलकाता टाइम्स :
उड़द की दाल का इस्तेमाल हम दाल बनाने के अलावा कई पकवान बनाने में भी करते हैं। इस दाल का इस्तेमाल खाने और आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है। दोनों तरह से उपयोग किए जाने पर समान रूप से फायदेमंद है। उड़द के इस्तेमाल से आपको अनगिनत स्वास्थ्य लाभ होते हैं। लेकिन यदि अधिक मात्रा में इसका सेवन किया जाए तो नुकसान भी पहुंचा सकती है। आइये जानते है इससे होने वाले नुकसान के बारें में…
यूरिक एसिड को बढ़ाती है : काली उड़द दाल का अधिक मात्रा में सेवन करने का सबसे बड़ा जोखिम यह है कि यह आपके रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाती है।
नतीजतन, यह गुर्दे में कैल्सीफिकेशन स्टोंस को उत्तेजित कर सकती है। गुर्दे के पत्थर से ग्रसित लोगों द्वारा उड़द की दाल का बहुत ही कम मात्रा में सेवन करना चाहिए।
गठिया होने का रहता है डर: गल्स्टोन या गठिया पीड़ित लोगों के लिए उड़द की अधिक मात्रा खतरा बढ़ा सकती है। इतना ही नहीं इससे पित्त की पथरी या गाउट भी हो सकता है। यदि आप किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो उड़द की उचित खुराक के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लेना फायदेमंद होगा।
अपच की समस्या : अत्यधिक उड़द की दाल का सेवन करने से आपको अपच की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके सेवन से कब्ज की समस्या भी पैदा हो सकती है। हर व्यक्ति में इसका प्रभाव अलग-अलग हो सकता है। डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले आपको हमेशा अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आपको किसी भी प्रतिकूल प्रभाव से जूझना न पड़े।