लेमनग्रास, जानें किन्हें सेवन नहीं करना चाहिए
कोलकाता टाइम्स :
लेमनग्रास दिखने में साधारण घास लगती है, लेकिन यह शरीर के लिए बड़े काम की है। नींबू की महक के कारण इसकी महत्ता बहुत बढ़ जाती है। इस जड़ी-बूटी में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक हैं। इसका इस्तेमाल नर्वस सिस्टम, त्वचा और इम्यून सिस्टम के लिए बहुत नींबू की सुगंध वाली इस घास में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेंटरी, एंटी-सेप्टिक और विटामिन सी से भरपूर है जो रोगों से लड़ने की क्षमता पैदा करती है।
इसमें कई पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल, पोटैशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, मैंगनीज, विटामिन बी-6, विटामिन सी, विटामिन ए आदि पाए जाते हैं।
1. लेमनग्रास एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लामेंटरी और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होती है, जो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से आपको बचाए रखने में मददगार होती है। वहीं दिमाग तेज करने के लिए भी यह बेहतरीन है।
2. शरीर के विभिन्न हिस्सों में होने वाले दर्द को समाप्त करने के लिए लेमनग्रास की चाय पीना काफी लाभकारी हो सकता है। खास तौर से सिरदर्द और जोड़ों के दर्द में यह बेहद फायदेमंद है।
3. पेट से संबंधित समस्याएं जैसे पेट दर्द, गैस, पेट फूलना, कब्ज, अपच, जी मिचलाना या उल्टी आना जैसी समस्याओं में भी यह असरकार औषधि है। इसके अलावा यह पेट में होने वाली ऐंठन में भी फायदेमंद है।
4. आयरन से भरपूर होने के कारण लेमनग्रास का उपयोग एनीमिया के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। इसके नियमित सेवन से शरीर में आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है।
5. मानसिक समस्याओं में तो यह फायदेमंद है ही, शरीर के आंतरिक भागों की सफाई में मदद करती है। इतना ही नहीं कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने में भी लेमनग्रास बेहद मददगार है। इन स्थितियों में न करें लेमनग्रास का सेवन-
-हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो, तो लेमनग्रास का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें। कुछ लोगों को इससे एलर्जी भी हो सकती है जैसे खुजली, गले में सूजन आदि।
-गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को इसका उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसके सेवन से माहवारी शुरू हो जाती है और गर्भपात का डर रहता है। इसका सीमित मात्रा में उपयोग करें।
-ज्यादा उपयोग से चक्कर आना, अधिक पेशाब आना, थकान आदि हो सकते हैं