जानिए पैकेट वाला दूध उबालना चाहिए या नहीं
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कोलकाता टाइम्स :
आजकल ज्यादातर लोग पैकेट वाले दूध का इस्तेमाल करने लगे हैं। जो पहले से पॉइश्चराइज्ड (pasteurized) होता है। यानि कि इस दूध को पहले ही अधिक तापमान पर गर्म कर फिर ठंडा किया जा चुका होता है। इस प्रक्रिया को पॉइश्चराइजेशन कहते हैं। जिससे दूध को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है और साथ ही दूध में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को भी खत्म किया जा चुका है। खुले दूध को इस्तेमाल में लेने से पहले कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है जैसे दूध छानना, उसे अच्छी तरह उबालना आदि।
बाजार से खुला दूध खरीदने पर दूध को अधिक तापमान पर उबालकर ठंडा करने की आवश्यकता पड़ती है वरना वह कुछ ही घंटों में दूध फट जाता है या फिर जम जाता है। लेकिन पैकेट वाले पॉइश्चराइज्ड दूध के साथ ये सारे झंझट की जरुरत नहीं होती है। लेकिन हम में से कई लोग है जो पैकेट वाले दूध यानि कि पॉइश्चराइज्ड मिल्क को भी गर्म करते है जो कि सही नहीं है कि।
पैकेट वाले दूध को गर्म करना सही या नहीं?
कई लोग इस गलत भ्रम में रहते है कि दूध को प्लास्टिक के पैकेट में पैक किया जाता है, इसलिए इसे सीधे तौर पर इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
कई लोग दूध को इसलिए गर्म करते हैं ताकि दूध ज्यादा देर तक सेवन के उपयोग में लिया जा सकें। लेकिन आपको बता दें कि अगर आप भी पैकेट दूध को गर्म करती है तो ये पूरी तरह पके मन में यह सवाल आना लाजिमी है कि आखिर क्यों पॉइश्चराइज्ड मिल्क को गर्म नहीं करना चाहिए?
क्यों नहीं गर्म करना चाहिए पैकेट वाले दूध को?
विशेषज्ञों की मानें तो वो भी ये ही सलाह देते हैं कि पॉइश्चराइज्ड मिल्क को गर्म करने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ती। दूध कंपनी पैकिंग से पहले ही दूध को अच्छी तरह पॉइश्चराइज करके इसे कीटाणुमुक्त और संरक्षित बना लेती है। अगर आप इसको दोबारा से गर्म करते हैं तो इससे इसमें मौजूद पोषक तत्व या तो कम हो जाते हैं या नष्ट हो जाते हैं। 4 डिग्री तापमान पर रख सकते हैं पैकेट वाला दूध पैकेट वाले दूध की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए इसे घर पर बार-बार गर्म करने की आवश्यकता नहीं है।
आप इस दूध को 4 डिग्री तापमान पर सात दिनों तक आसानी से ठीक रख सकते हैं। आपने ध्यान दिया होगा कि दूध के पैक पर एक्सपायरी डेट लिखी होती है। उससे पहले दूध के खराब होने की संभावना कम ही होती है।