अगर नहीं सुनी किडनी की यह बात तो फेल हो सकती है किडनी
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कोलकाता टाइम्स :
शरीर में गंदगी बाहर निकालने वाले सिस्टम का एक बहुत अहम हिस्सा है किडनी । दोनों किडनियों में खून साफ होता है। हमारी दोनों किडनियों में छोटे-छोटे लाखों फिल्टर होते हैं जिन्हें नेफरोंस कहते हैं। नेरोफेंस हमारे खून को साफ करने का काम करते हैं। किडनी में होने वाले इस सफाई सिस्टम के कारण हमारे शरीर से हानिकारक तत्व पेशाब के साथ बाहर निकल जाते हैं।
आजकल व्यस्त और खराब जीवनशैली व खानपान की गलत आदतों के कारण लोगों की कम उम्र में किडनी संबंधी समस्याएं होने लगी हैं। बाद में यही दिक्कतें किडनी फेल होने का कारण बनती है। किडनी फेल होने से पहले ही शरीर में इसके लक्षण दिखने लगते हैं। ऐसे में अगर समय रहते इन लक्षणों को पहचान लिया जाए तो किडनी फेल होने की बीमारी से बचा जा सकता है।
– आपके लिए इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि जब आप पेशाब कर रहे हों तो उस वक्त खून न आए। पेशाब करते समय उसमें खून आना किडनी खराब होने का एक संकेत हो सकता है।
– अगर आपको बार-बार पेशाब या फिर कम पेशाब आ रहा है तो आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बार-बार पेशाब आना किडनी के अस्वस्थ होने का एक कारण है।
– किडनी खराब से शरीर में अतिरिक्त पानी जमा हो जाता है, जिस कारण फेफड़ों में पानी भर जाता है। उनकी कार्य क्षमता प्रभावित होने लगती है, जिससे व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होने लगती है।
– शरीर का वजन अचानक बढ़ना और अन्य अंगों में सूजन आना किडनी के खराब होने का एक संकेत है इसलिए ध्यान रखें कि आपके हाथ-पैर या किसी अन्य अंग में सूजन न आए। अगर किसी कारणवश सूजन आ रही है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
– चक्कर आने की समस्या जब किडनियों की कार्यप्रणाली में अवरोध होता है, तो आपको हमेशा चक्कर आने की संभावना बढ़ जाती है। पूरे समय आप थकावट महसूस करते हैं और कमजोरी का अहसास होता है। ये लक्षण खून की कमी और गंदगी के शरीर में जमा होने से उत्पन्न हो सकते हैं। शरीर में एनीमिया की स्थिति बनने से सर घूमना, हल्का सरदर्द, संतुलन न बनना जैसे लक्षण उभरते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एनीमिया की वजह से दिमाग तक जरूरी मात्रा में खून नहीं पहुंच पाता। बाद में यह समस्या याददाश्त तक पहुंच जाती है और काम से ध्यान भटकने लगता है। इसके अलावा सोने में भी मुश्किल आने लगती है।